Tax Saving: सरकार की ओर से कई सेविंग्स स्कीम्स चलाई जाती हैं, जिसमें निवेश के साथ-साथ रिटर्न भी पूरी तरीके से टैक्स फ्री होता है। इन स्कीम्स को ईईई (एग्जम्प्ट-एग्जम्प्ट-एग्जम्प्ट) कैटेगरी में रखा जाता है। ईईई कैटेगरी में रखी गई योजनाओं में पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF), सुकन्या समृद्धि योजना (SSY), एंप्लाईज प्रॉविडेंट फंड (EPF) और यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (ULIP) शामिल है।
पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF)
पब्लिक प्रॉविडेंट फंड यानी पीपीएफ में इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत 1.5 रुपये तक की टैक्स छूट का फायदा मिलता है। इसकी मैच्योरिटी अवधि 15 साल की होती है और बाद में इसे 5 -5 साल के लिए आगे बढ़ाया जा सकता है। इसमें 7.1 प्रतिशत की ब्याज दर मिल रही है। मैच्योरिटी पर मिला अमाउंट पूरी तरह से टैक्स फ्री होता है।
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)
सुकन्या समृद्धि योजना के मोदी सरकार द्वारा बेटियों के लिए शुरू की गई है। इस योजना पर 8.2 प्रतिशत की ब्याज दी जा रही है। इसमें 1.5 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं। इस योजना में मैच्योरिटी पर मिलने वाली राशि टैक्स फ्री होती है।
एंप्लाईज प्रॉविडेंट फंड (EPF)
संगठित क्षेत्र में काम करने वाले हर व्यक्ति का ईपीएफ खाता होता है। इसमें 8.25 प्रतिशत का ब्याज कर्मचारियों को दिया जा रहा है। इसमें कर्मचारी और नियोक्ता दोनों की ओर से योगदान दिया जाता है। ईपीएफ में मिलने वाली पूरी राशि टैक्स फ्री होती है।
यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (ULIPs)
यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान में भी 80C का फायदा मिलता है। लेकिन इसमें शर्त ये होती है कि इंश्योरेंस की राशि वार्षिक प्रीमियम का 10 गुना होती है। यूलिप में भी मैच्योरिटी पर मिली राशि टैक्स फ्री होती है।