कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद अनंत कुमार हेगड़े के बयान को लेकर सोमवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और बीजेपी पर सामाजिक न्याय एवं धर्मनिरपेक्षता का विरोधी होने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में 400 सीट की बात जा रही है, ताकि संविधान बदला जा सके। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भारी बहुमत लेकर बीजेपी का इरादा संविधान बदलने का है। देश को आजादी दिलाने में इनका कोई योगदान नहीं है। इन्होंने तिरंगे का भी विरोध किया। आज भी अपना भगवा झंडा आरएसएस लगाती है, राष्ट्रीय झंडे को इतनी अहमियत नहीं देते।
“वे लोग सोशल जस्टिस के खिलाफ हैं”
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “मुझे बड़े दुख के साथ कहना पड़ता है कि संविधान को बीजेपी की तरफ से पूरी तरह स्वीकार किया नहीं गया। एक तरफ प्रधानमंत्री कहते हैं कि संविधान नहीं बदला जाएगा, दूसरी तरफ अपने लोगों से कहलवाते हैं कि आप दो-तिहाई बहुमत दो, हम संविधान बदल देंगे। यह बोलने वाला फ्रिंज एलिमेंट है, नहीं है? क्योंकि वे लोग सोशल जस्टिस के खिलाफ हैं और सेकुलर शब्द जो आया उसके खिलाफ हैं। मोहन भागवत तो आरक्षण के खिलाफ हैं। कभी मेरिट की बात करते हैं, कभी आरक्षण बंद करने की बात करते हैं। यह बुरी मानसिकता है, इससे देश में हंगामा मचेगा। एससी-एसटी का आरक्षण संविधान में दिया गया, अब आप क्या बदलना चाहते हैं?”
“मैं तो कहूंगा कि आप लोग ‘मनुवादी’ हैं”
खरगे ने दावा किया, “बीजेपी संविधान बदलना चाहती है, इसलिए 400 पार की बात कर रहे हैं। आप सामाजिक न्याय नहीं चाहते। मैं तो कहूंगा कि आप लोग ‘मनुवादी’ हैं।” उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग के सामने हमने VVPAT का मसला उठाया, हमारा कहना है कि जो वोट पड़ा 100% गिनो।” चुनावी बॉन्ड मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “किस व्यक्ति से आप ने (चुनावी बॉन्ड) लिया। उसे क्या कॉन्ट्रैक्ट दिए। किस तरह की इनकम टैक्स में छूट दी, उसे किस तरह का फायदा दिया। उसकी छानबीन हम चाहते हैं। आप वही नहीं दे रहे।”
“इलेक्टोरल बॉन्ड इलेक्शन तक छुपाना चाहते हैं”
उन्होंने कहा, “इलेक्टोरल बॉन्ड इलेक्शन तक छुपाना चाहते हैं, इलेक्शन के बाद जो होगा देखा जाएगा। नियत अगर साफ है तो वो बता सकते हैं।” पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “आजकल हिंदी छोड़ दी है। आजकल सब भाषाओं में बोल रहे हैं, एक भी भाषा नहीं छोड़ रहे हैं।” बता दें कि बीजेपी सांसद हेगड़े ने रविवार को कहा था कि प्रस्तावना से ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्द को हटाने के लिए बीजेपी संविधान में संशोधन करेगी। उन्होंने लोगों से लोकसभा में बीजेपी को दो-तिहाई बहुमत देने का आह्वान किया था, ताकि देश के संविधान में संशोधन किया जा सके। बीजेपी ने हेगड़े के बयान को उनका ‘निजी विचार’ करार दिया है।
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