हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी और दुष्यंत चौटाला की जजपा के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। बीजेपी-जेजेपी सरकार के गठबंधन से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। जानकारी के मुताबिक, लोकसभा चुनाव में हरियाणा की सीट शेयरिंग पर गठबंधन में अभी तक सहमति नहीं बन पाई है। इसके बाद से कहा जा रहा है कि बीजेपी हरियाणा में जेजेपी के साथ गठबंधन तोड़ सकती है। आइए जानते हैं कि क्या है इस मामले में बड़ा अपडेट।
सीएम खट्टर ने विधायकों की बैठक बुलाई
हरियाणा सरकार में भाजपा और जजपा के बीच जारी तनाव के दौरान राज्य के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने भाजपा और सरकार समर्थित निर्दलीय विधायकों की बैठक बुलाई है। सीएम ने बीजेपी और सरकार समर्थित निर्दलीय विधायक सुबह 11:30 बजे हरियाणा निवास पर बुलाई है। जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में बीजेपी निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाने के फार्मूले पर रणनीति बना सकती है।
आज हो सकता है सामूहिक इस्तीफा
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, हरियाणा में BJP-JJP का गठबंधन नहीं रहेगा। हरियाणा की भाजपा सरकार का मंत्रिमंडल आज सामूहिक इस्तीफा दे सकता है। इसके बाद नए सिरे से सरकार का गठन हो सकता है। ये रणनीति जननायक जनता पार्टी को मंत्रिमंडल से अलग करने के लिए बनाई गई है। नए मंत्रिमंडल में जेजेपी शामिल नहीं होगी।
अमित शाह से मिलेंगे दुष्यंत
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला देश के गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने सोमवार को दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी, जिसमें सीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बनी। दुष्यंत चौटाला की अमित शाह से भी शीट शेयरिंग पर सहमति नही बनने पर बीजेपी-जेजेपी से गठबंधन तोड़ने का फ़ैसला ले सकती है।
दुष्यंत ने भी बुलाई विधायकों की बैठक
हरियाणा की सियासत में जारी तनाव के बीच दुष्यंत चौटाला ने भी दिल्ली में सुबह करीब 11 बजे पार्टी के विधायकों की बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि दुष्यंत इस बैठक में कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जजपा हिसार और भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर अपने उम्मीदवार उतारना चाहती है। हिसार से वर्तमान सांसद बृजेंद्र सिंह ने रविवार को भाजपा छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया था।
क्या है हरियाणा विधानसभा की स्थिति?
90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा में बीजेपी के पास- 41, जजपा के पास- 10, कांग्रेस के पास 30 विधायक हैं। इसके साथ ही बीजेपी के पास 6 निर्दलीय और हरियाणा लोकहित पार्टी के 1 विधायक गोपाल कांडा का समर्थन है। 2 अन्य विधायक INLD के अभ्य चौटाला और एक निर्दलीय बलराज कुंडू हैं। माना जा रहा है कि जजपा के अलग होने के बाद भी भाजपा के पास कुल 48 विधायकों का समर्थन रहेगा।