China News: रमजान के पवित्र महीने का आगाज हो गया है। मुस्लिम समुदाय के लिए इस पर्व के खास महत्व को देखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, यूएन महासचिव एंटोरियो गुटेरेस, तुर्की के प्रेसिडेंट रेसेप तैयब एर्दोगन सहित कई वैश्विक नेताओं ने शुभकामनाएं दी हैं। लेकिन दूसरी ओर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ऐसा नहीं किया, बल्कि जिनपिंग के देश चीन में रमजान के महीने में मुस्लिमों का ‘चीनीकरण’ किया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार झिंजियांग क्षेत्र में बड़ी संख्या में उइगर मुस्लिम और तुर्क मुस्लिम चीन में होने के बावजूद जिनपिंग ने रमजान को अनदेखा किया। इसकी एक वजह चीनी सरकार का वहां के मुसलमानों के प्रति रुख माना जा रहा है। चीनी अधिकारियों ने हाल के दशक में शिनजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिमों पर लगातार दमनात्मक कार्रवाई की है। चीन हमेशा उइगर मुस्लिमों पर धार्मिक उग्रवाद व अलगाववाद का आरोप लगाता रहा है।चीनी सरकार उइगरों के चीनीकरण पर भी जोर देती रही है।
रमजान में मुस्लिमों पर कार्रवाई को लेकर जताई चिंता
रेडियो फ्री एशिया की रिपोर्ट कहती है कि शिनजियांग में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के सचिव मा झिंगरूई द्वारा इस्लाम के चीनीकरण की अनिवार्यता पर चर्चा के एक हफ्ते से भी कम समय बाद रमजान शुरू हुआ है। उइगर अधिकार संगठनों ने रमजान के दौरान मुस्लिमों पर संभावित कार्रवाई के बारे में चिंता जताई की है। 7 मार्च को बीजिंग में नेशनल पीपुल्स कांग्रेस में कहा गया था कि शिनजियांग में इस्लाम के चीनीकरण की आवश्यकता है।
2017 के बाद से आक्रामक हुआ है चीन
उइगर मुस्लिमों पर अत्याचार चीन में 2017 के बाद से ज्यादा बढ़ गया है। चीन ने 2017 के बाद से बड़ी कार्रवाई करते हुए ‘धार्मिक अतिवाद’ को खत्म करने का प्रयास करने का दावा किया है। इसके चलते उइगर मुस्लिमों के बहुत से धार्मिक अनुष्ठानों को प्रतिबंधित किया गया है। बड़ी संख्या में गिरफ्तारियां भी की हैं। शिनजियांग में मस्जिदों को भी ध्वस्त करने के आरोप चीनी अफसरों पर लगे हैं। 2023 में चीनी अधिकारियों ने क्षेत्र के कई हिस्सों में उइगरों को ईद के दौरान मस्जिदों और उनके घरों में नमाज पढ़ने से रोक दिया था।