कांसाबेल / मामला जसपुर जिले के जनपद पंचायत कांसाबेल के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत खुटेरा का है , यहां सचिव सरपंच द्वारा साफ देखा जा सकता है कि सौंदरीकरण के लिए आए हुए पैसे का दुरुपयोग कैसे किया जाता है या कहा जा सकता है उस पैसे का बंदरबाट हो रहा है । इस ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिव ने वर्तमान में पदस्थ जिला अधिकारी से लेकर जिला पंचायत सीईओ एवं कार्यरत एसडीएम के नाम को भी पंचायत में नहीं लिखवाया है । पहले जो अधिकारी यहां अपनी सेवाएं दे चुके हैं उनका नाम आज तक बोर्ड पटल में लगा हुआ है , और इसका खामियांजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है क्योंकि शासन की योजनाएं की बात अगर करें तो जब वर्तमान में अधिकारी का नाम यहां दर्शाया नही गया तो देखा जा सकता है कि ग्रामीण तक योजनाओं का लाभ कैसे पहुंचा जा सके । जिले में वर्तमान
कलेक्टर रवि मित्तल वर्तमान जिला पंचायत सीईओ अभिषेक सिंह और एसडीम आर एस लाल यहां पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं लेकिन पंचायत सचिव व कर्मियों की मनमानी साफ देखी जा रही है कि पंचायत के बाहर कलेक्टर रितेश अग्रवाल एसडीएम खेस एवं इतना ही नहीं जिला पंचायत सीईओ जिनका कुछ समय पहले स्वर्गवास हो चुका उनका भी नाम आज तक यहां ग्राम पंचायत के बाहर नाम लिखा हुआ है तो ऐसे में देखा जा सकता है कि ग्रामीण शासन की योजनाओं से कितनी दूर है । ऐसे भ्रष्ट पंचायत सचिव अगर यहां पदस्थ रहते हैं तो निश्चित तौर पर आने वाले दिनों पर ग्रामीण शासन की योजनाओं से कोसों दूर रहेंगे ।