फरसाबहार -जशपुर जिले के फरसाबहार ब्लॉक का पमशाला से सराइटोला 11 किलोमीटर मार्ग समय से पहले ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है. ग्रामीण खराब सड़क की समस्या लेकर अधिकारियों के खूब चक्कर काटने के बाद प्रधनमंत्री सड़क की दुर्दशा जस की तस बनी हुई है. पमशाला से सराइटोला मार्ग तक जाने वाली प्रधानमंत्री सड़क में गढ्ढे ही गढ्ढे दिखाई दे रहा है. इस 11 किलोमीटर की खराब सड़क में बारो घाट के पास सड़क की दुर्दशा बेहद ही खराब है यह क्षेत्र हाथी प्रभावित क्षेत्र भी है और इस मार्ग में हाथियों के दल का आना जाना लगा रहता है जिससे स्कूली बच्चों को भी खतरा उठाना पड़ रहा है.विभाग को अवगत कराने के बावजूद समस्या बनी हुई है.
11 किलोमीटर कि यह मार्ग में साफ तौर पर भारी वाहन प्रवेश के लिए भी प्रशासन द्वारा बोर्ड लगाए गए हैं जीसके बाद भी ठेकेदार कि लापरवाही सामने आती है कि इन वाहनों को रोकने के लिए ना तो कोई बैरिकेट्स लगाए हैं और न हीं रोकने के लिए कोई प्रयास किए गए हैं । ग्रामीणों द्वारा बताएं अनुसार दिन भर में इस मार्ग पर भारी वाहन जिसमें ट्रक का आना जाना निरंतर बना रहता है और आए दिन बच्चे घटनाओं का शिकार भी होते हैं । करोड़ों रुपए की लागत से बनी इस सड़क का अभी तक ठेकेदार द्वारा हैंडोवर भी नहीं किया गया उससे पहले ही यह सड़क बदहाली का रूप देने लगी है । प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की यह मार्ग भले ही 11 किलोमीटर की हो लेकिन इसे तय करने के लिए आधा घंटा से ऊपर का समय लगता है । नवंबर माह में इस सड़क को ठेकेदार द्वारा हैंडोवर करने की समय सीमा रखी गई थी जिसके बाद 3 महीने पूर्व बदहाली का रूप लेने के बाद भी इस मार्ग की मरम्मत न करना इस बात को दर्शाता है कि ठेकेदार बरसात का फायदा उठाकर शासन के करोड़ों रुपए का बंदर बांट करते हुए भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहा है ।
विभाग के ईई सत्यनारायण साय ने कहा कि हम ठेकेदार को सड़क के गड्ढों को भरने के लिए बोल दिया है उसने जल्द ही पैचिंग का कार्य शुरू करने की बात कही है अगर उनके द्वारा समय सीमा में सड़क में पैचवर्क शुरू नही किया जाएगा तो कार्यवाही की जाएगी।