CG Bulletin

कई सालों से एक ही जगह डेरा जमाए बाबुओं की मनमानी चरम पर ,, इन बाबुओं ने रोका पटवारीओ का वेतन वृद्धि ,, नायब नाजिर ने पल्ला झाड़ते हुए कहा कानूनगो बना कर देगा तभी तो हम बनाएंगे पटवारियों का पेमेंट ,, बाबुओं की मनमानी की वजह से पटवारिओ को हो रही भारी भरकम नुकसान ,, इन बाबुओं को नहीं आता पटवारियों का तनख्वाह बनाना तो क्यों नहीं प्रशासन कर रही इन पर कार्रवाई ,,

प्रिंस सिन्हा संपादक

फरसाबहार । मामला जशपुर जिले के फरसाबहार तहसील का है जहां बाबुओं की मनमानी अपनी चरम सीमा पार कर चुकी है , सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस तहसील में बाबुओं को चाहे तो पटवारीयो की तनख्वाह बनाना नहीं आता , चाहे तो वह फिर बनाना नहीं चाहते और अपनी इसी मनमानी के वजह से बीते 2 सालों से पटवारीयो का वेतन वृद्धि आज तक नहीं बन पाया है । दिन-रात मेहनत करने वाले पटवारीयो की वेतन वृद्धि रोके जाने के बाद यह साफ देखा जा सकता है कि बाबूओ ने अपनी मनमानी करते हुए बड़ी लापरवाही दिखाई है । जानकारी यह भी सामने आ रही है कि कई पटवारीओ की कई महीनो की तनख्वाह बनाने में भी इन बाबुओं को परेशानी हो रही है अब यह परेशानी क्यों है इस बात को यह बाबू नहीं बताते । कई दशकों से एक ही तहसील में जमे यह बाबुओं को अगर पटवारीयो की तनख्वाह नहीं बनानी आती तो वह अपने उच्च अधिकारियों से अवगत कराते हुए क्यों अपने कार्य दूसरों को करने का मौका नहीं दे रहे । महंगाई की मार एक तरफ पूरे देश में है और इस महंगाई को देखते हुए घर खर्च मुश्किल से वहन किया जाता है फिर भी सालों से वेतन को रोक देना कहां तक सही है। हम सब ने देखा है कि कई पटवारीयो का कई अलग अलग जगहों से रिश्वत लेते का वीडियो वायरल आए दिन होते रहता है अब यह चीज समझ नहीं आती की रिश्वत की बात को बढ़ावा देने वाले इन जैसे बाबू है या फिर कौन ? समय पर पटवारियों को अपना वेतन मिल जाता तो शायद पूरे देश में इस तरह से रिश्वत लेते का वीडियो कभी सामने ना आता लेकिन पटवारी द्वारा रिश्वत लेने का जो वीडियो सामने आता है उसकी जिम्मेदार इन लापरवाह बाबू नहीं तो फिर कौन ? गांव के संपूर्ण कार्य एवं ग्रामीणों के जमीन से संबंधी सभी जानकारियां एवं दस्तावेज को इन्ही पटवारियों ने आज तक सुचारू रूप से ध्यान देते हुए कार्य किया है । बीते वर्षों से पटवारियों की वेतन वृद्धि न बनाना इन बाबुओं की बड़ी लापरवाही न हीं बल्कि इनकी मनमानी को भी उजागर करता है इससे साफ देखा जा सकता है कि यह क्या कार्य करते होंगे । शासन प्रशासन की माने तो भुगतान समय पर हर विभाग में होता है लेकिन जिले की इसी फरसाबाहर तहसील में भुगतान न होना इन लापरवाह और मनमानी करने वाले बाबुओं की कार्यशैली को उजागर करता है । पूरे मामले में जब हमने दूरभाष से जानकारी नायब नाजिर से मांगी तो उन्होंने भी बात को टोल मटोल करते हुए कानूनगो पर बात कही कि जब कानूनगो कहेंगे तभी तो हम वेतन बना कर देंगे । मिली जानकारी में यह भी सामने आई है कि शासन प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार का कोई भी पटवारी का भुगतान या वेतन वृद्धि रोके जाने के आदेश भी इन गैर जिम्मेदार बाबुओं को नहीं मिले है फिर भी इनका वेतन वृद्धि रोकना लापरवाही नहीं तो और क्या है । वेतन वृद्धि न बनाने को देखते हुए ऐसा लगता है कि बाबुओं को इन पटवारीयो की वेतन वृद्धि अपने घर से देनी है । अब इन जैसे गैर जिम्मेदार बाबुओं का क्या इस तहसील में कार्य करना किस हद तक सही है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा , फिलहाल ऐसे गैर जिम्मेदार बाबुओं को उनके पद से तत्काल हटाकर पटवारीयो की वेतन पर ध्यान देने की प्रशासन को आवश्यकता है और इन बाबुओं पर कार्रवाई की…

Prince Sinha
Author: Prince Sinha

यह भी पढ़ें

टॉप स्टोरीज

Read More: