पत्थलगांव – पत्थलगांव और लंजीयापारा रोड में दारू की दुकान होने से लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ता है स्कुल कॉलेज के लड़का लड़की बच्चे वहा से गुजरते हैं तो गंदी गंदी गाली देते हुए वहा शराबी शराब का सेवन करते रहते है आते जाते लड़कियों पर तंग भी कसते है पर बताए तो किसको बताए गरीब घर की लड़किया है घर में बताते है तो घर वाले पढ़ाई छुड़वा देगे इस डर से घर में भी कुछ बोलते नही है
कितनी बार तो लिखित शिकायत भी की गई पर कोई सुनवाई नहीं हूआ लोग परेशान हैं लोग कहा गुहार लगाए क्या शहर के बीच में दारू की दुकान कहा तक ठीक है रिहायशी एरिया में दारू की दुकान और खुलेआम शराबियो का शराब सेवन करना और छेड़ना टोन देना कहा तक सही है बच्चो के भविष्य के साथ खिलवाड़ कहा तक सही है ये बात कुछ समझ नही आ रहा है
आहता का ठिका होने के बाद रद भी हो गया पर पत्थलगांव में आहता का निर्माण भी नही है तो बाहुबलियों द्वारा ठेला लगाने वालो दुकान में चखना बेचने वालो से पैसा वसूल क्यू किया जा रहा है जब वहां के ठेला संचालकों से बात किया गया तो बताए की ठेला वालेआहता वालो को 3000 और दुकान वाले 10000 रुपए महीना का देते हैं जब हमारी टीम ने उनको बोला की इसकी शिकायत करो तो बोले भइया हम लोग गरीब लोग है कमा खा रहे हैं कुछ बोलेंगे तो दुकान ही हटा देगे उससे अच्छा है जो माग रहे है ओ दे के शांत रहना ही ठीक है
अब देखना यह होगा कि खबर प्रकाशन के बाद आबकारी विभाग बहुबलियो पे क्या कारवाही करता है या पैसा ले के बात को रफा दफा करते हैं।