CG Bulletin

'नाटू-नाटू' के आस्कर विजेता गीतकार चंद्रबोस के नाम की एक नहीं बल्कि दो कहानियां हैं, इंजीनियरिंग के बाद बनना चाहते थे गायक

प्रिंस सिन्हा संपादक


तेलुगू फिल्म "आरआरआर" के जिस गाने "नाटू नाटू" के लिए आस्कर अवार्ड मिला है. वो गीत लिखा है चंद्रबोस ने, जो तेलुगू फिल्म जगत के बड़े नाम हैं. उन्होंने एक नहीं बल्कि कई हिट फिल्मों के गाने लिखे. वैसे आपको बता दूं कि जितने गाने अपने 25 साल के करियर में उन्होंने लिखे हैं, वो हिंदी के बॉलीवुड में शायद ही किसी गीतकार के हिस्से में हों. (wiki commons)

इस गीतकार का पूरा नाम कनुकुंतला सुभाष चंद्रबोस है. वह 850 फिल्मों में 3600 के आसपास गाने लिख चुके हैं. उनके गीतों को एकेडमी अवार्ड, गोल्डेन ग्लोब अवार्ड मिल चुका है. इसके अलावा और कई प्रतिष्ठित देशी – विदेशी अवार्ड भी. (facebook account) चंद्रबोस का जन्म आंध्र प्रदेश के वारंगल जिले के चालागारिगा गांव में साधारण परिवार में हुआ था. उनके पिता प्राइमरी स्कूल में टीचर थे. सुभाष चंद्र बोस से बहुत ज्यादा प्रभावित तो जब वह पैदा हुए उनका नाम रखा गया कनुकुंतल सुभाष चंद्रबोस. गांव से हाई स्कूल करने के बाद उन्होंने हैदराबाद के जवाहरलाल नेहरू टेक्नॉलॉजी यूनिवर्सिटी से इलैक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स में डिग्री ली.(news18) इंजीनियरिंग उन्हें करनी नहीं थी. शौक शुरू से संगीत में था. लिहाजा उन्होंने गाने में करियर शुरू किया. कुछ समय हैदराबाद दूरदर्शन से जुड़े रहे. लेकिन यहां जब उन्हें कोई खास सफलता नहीं मिली तो उन्हें समझ में आ गया कि गाना उनके वश की बात है नहीं. ना ही इसके जरिए वह आगे तक जा पाएंगे. बस इसके बाद वह गीत लिखने में जुट गए.(news18) उन्होंने तेलुगू की "ताज महल" फिल्म में 1995 में पहला गाना लिखा. इसमें उनकी मदद म्युजिक डायरेक्ट एमएमश्रीलेखा ने की. उन्होंने उन्हें स्क्रीन का नया नाम दिया चंद्रबोस. बस इसके बाद चंद्रबोस चल निकले. उनकी पत्नी सुचित्रा तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री में कोरियोग्राफर हैं.(news18) जब "नाटू नाटू" गाना लिखा जाना था तो फिल्म निर्देशक आर राजामौली ने फिल्म के संगीतकार और अपने कजिन एम किरावनी से कहा कि उन्हें एक ऐसा कालजयी गाना चाहिए जिसपर लोग झूम उठें. जिसमें इतिहास हो, गीत हो, संगीत हो, उत्साह हो और लोगों की बांध लेने की ताकत हो. इसमें दो डांसर एक दूसरे से होड़ करें. तब किरावनी ने मौजूदा दौर के तेलुगू फ़िल्म गीतकारों में अपने पसंदीदा चंद्रबोस को चुना. (news18) इस गाने पर 17 जनवरी 2020 से काम शुरू हुआ. "नाटू-नाटू" ऐसा गाना है, जिसमें शीर्ष अभिनेता अपने नृत्य कौशल का प्रदर्शन करते हैं. इसलिए चंद्रबोस ने इसे इस गति में बनाया. दो दिनों में उन्होंने गाने के तीन मुखड़े बनाए और फिर किरावानी से मिले. उन्होंने अपना पसंदीदा छंद आखिर में सुनाया. इसके पहले दो और छंद सुनाए गए. चंद्रबोस के इन पसंदीदा मुखड़ों को किरावानी ने भी पसंद किया और इस तरह ये गाना फ़ाइनल हो गया. (news18)

Source link

Prince Sinha
Author: Prince Sinha

यह भी पढ़ें

टॉप स्टोरीज

Read More: