रिपोर्ट : सुनील रजक
शिवपुरी . जिले में 10 मार्च को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया दो बाघों को शिवपुरी के जंगल में छोड़ा था . परंतु एक बाघिन अंतिम समय वन विभाग की टीम को चकमा देकर फरार हो गई थी. इसे लेकर वन विभाग की टीम लगातार पन्ना में इसे खोजती रही. परंतु यह बाघिन घायल अवस्था में मिली थी. जिसके चलते इसका इलाज चल रहा था . अब वह पूर्ण रूप से स्वस्थ होने के बाद शिवपुरी के लिए रवाना हुई और रात्रि में बाघिन को छोड़ा गया. बाघिन भी दहाड़ के साथ पिजरे से बाहर निकली.
सोमवार की दोपहर साढ़े तीन बजे पन्ना टाइगर रिजर्व से एक दो साल की बाघिन P-141 को माधव नेशनल पार्क के लिए एक ट्रक के जरिये रवाना किया गया था. बाघिन के साथ चिकित्सकों की टीम सहित रेस्क्यू दल भी रवाना हुआ था. आज रात यह दल बाघिन को लेकर रात्रि करीब 11 बजे माधव नेशनल पार्क में पहुंचा था. रात्रि 12 बजे सीसीएफ उत्तम शर्मा की मौजूदगी में बाघिन को बाड़े में छोड़ दिया गया है.
2 साल की है बाघिन
पन्ना टाइगर रिजर्व के सीसीएफ बृजेन्द्र ओझा ने बताया कि राजकुमारी के नाम से जाने जानी वाली बाघिन संख्या P-141-12 को शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क में भेजा गया है. हालांकि राजकुमारी उसका नाम है लेकिन दो साल की यह बाघिन पर्यटकों को लुभाने में शीर्ष नेतृत्व कार्य करती रही है. यह बाघिन पन्ना नेशनल पार्क में पर्यटकों के सामने बिल्कुल भयभीत नहीं होती है ओर न ही पर्यटकों भयभीत करती है.
राजकुमारी है बाघिन का नाम
2 साल की उम्र वाली बाघिन जिसे राजकुमारी नाम से जाना जाता है उसे रानी बनाने के लिए शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क के लिए भेजा गया है जो अपने वंश का विस्तार कर मध्य प्रदेश का नाम रोशन करेगी. यह बाघिन पन्ना रिजर्व की शान रही है. माधव नेशनल पार्क के सीसीएफ उत्तम शर्मा ने बताया कि बाघिन को ज्यादा समय तक पिंजरे में नहीं रखा जा सकता था इसी के चलते बाघिन को रात में ही वन में छोड़ दिया गया.