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सरस्वती शिशु मंदिर में विभाग स्तरीय संस्कृति कार्यक्रम संपन्न हुई

प्रिंस सिन्हा संपादक

सरस्वती शिशु मंदिर उच्च. माध्य. विद्यालय पत्थलगांव में रायगढ़ विभाग (जशपुर + रायगढ़ जिला) का विभाग स्तरीय संस्कृति महोत्सव कार्यक्रम 04 ,05अक्टूबर को आयोजित हुआ , समापन कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती ओम मां भारती की प्रतिमा पर प्रबंध कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष श्री सुनील अग्रवाल जी,संरक्षक श्री राजेन्द्र प्रसाद अग्रवाल जी,उपाध्यक्ष श्री रामनिवास जिंदल जी ,व्यवस्थापक श्री प्रयागराज अग्रवाल जी , प्रतियोगिता प्रभारी श्री पंकज प्रधान जी प्राचार्य सरसीवां विभाग समन्वयक श्री वीरेन्द्र विश्वकर्मा ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया , सभी विधाओं को संपन्न करने के लिए नगर ,ग्राम श्रेत्र से निर्णायक के रूप में उपस्थित रहे श्रीमती वीना पांडेयजी,वीना विश्वकर्मा जी ( रंगोली),श्री नारायण यादव जी ( एकल गीत,एवं देशभक्ति गीत), श्री शौकीलाल मालाकार जी ( तबला वादन )श्री धोबा राम राम जी (मानस प्रतियोगिता), श्री अनंत राम चौहान जी सेवानिवृत (abeo) (एकल अभिनय ,वन्देमातरम) ,श्रीमती ममता वैष्णव जी, आतीं भगत जी( चित्रकला ) आदि विधाओं में निर्णायकों ने निर्णय देकर कार्यक्रम को सफल बनाया।इस विभाग स्तरीय कार्यक्रम में जशपुर ,कुनकुरी,लुड़ेग, पत्थलगांव,लैलूंगा,घड़गोड़ा, खरसिया, लक्ष्मीपुर (रायगढ़),सरसीवां विद्यालयों से 183 भैया/ बहन प्रतिभागी बनकर एवं 15 संरक्षक उपस्थित हुए। पत्थलगांव विद्यालय से विद्यार्थियों ने निम्न विधाओं में में प्रथम स्थान हासिल किया।

Rehant यादव, शिशु वर्ग एकल ,अभिनय में प्रथम स्थान ।हंसिका रोहिला, तरुण वर्ग ,एकल अभिनय प्रथम स्थान।मधु साहू ,बाल वर्ग, एकल भजन प्रथम स्थान।

हिमांशु यादव ,बाल वर्ग, तबला वादन प्रथम।श्याम चटर्जी, किशोर वर्ग , गीता पाठ प्रथम।निर्मला पटेल , किशोर वर्ग तात्कालिक भाषण, प्रथम स्थान।

जयानंद गुप्ता , किशोर वर्ग , स्वरचित कविता ,प्रथम।नंदकिशोर लहरे ,तरुण वर्ग, निबंध प्रतियोगिता, प्रथम।

साक्षी विश्वकर्मा ,तरुण वर्ग , रंगोली प्रतियोगिता, में प्रथम।बृजमोहन sidar ,तरूण वर्ग, स्वरचित कविता ,में प्रथम। Kheleshwari पैंकरा, तरुण वर्ग ,वन्देमातरम गायन ,में प्रथम।नीतू बंजारा ,भजन प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान हासिल किया। प्रतियोगिता प्रभारी श्री पंकज प्रधान जी ने वृत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। श्री रामनिवास जिंदल जी प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया उन्होंने अपने उद्बोधन में वीर रस से युक्त झांसी की महारानी लक्ष्मी बाई की “खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी ” उन्होंने पूर्ण कविता पढ़कर सुनाया। विद्यालय के संरक्षक श्री राजेन्द्र प्रसाद अग्रवाल जी अपने आशीर्वचन में कहा कि हार जीत खेल के दो पहलू हैं प्रतिभागियों को हार से हताश ,निराश नहीं होना चाहिए अपितु जीत के लिए सतत प्रयत्नशील होना चाहिए क्यों हार के आगे जीत होती ही है। श्री संतोष कुमार पाढ़ी जी ने कार्यक्रम का सफल संचालन किया अतिथियों का धन्यवाद एवं आभार ज्ञापित कर समापन कार्यक्रम के समाप्ति की घोषणा की ।

Aman Gupta
Author: Aman Gupta

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