
रायपुर। प्रदेश में म्यूल बैंक खातों (Fake या Fraud Transaction वाले खातों) की संख्या लगातार बढ़ने के बाद रायपुर पुलिस ने इस पर सख्त रुख अपनाया है। सोमवार को एसएसपी रायपुर की अध्यक्षता में शहर के सभी बैंकों के लीगल एडवाइजर्स की अहम बैठक आयोजित की गई, जिसमें बैंकिंग सिस्टम की निगरानी और साइबर फ्रॉड पर नियंत्रण को लेकर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक में जारी किए गए प्रमुख निर्देश
खाता खोलते समय भौतिक सत्यापन अनिवार्य:बैंक कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि खाता खुलवाने वाले व्यक्ति के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर कॉल या मैसेज के माध्यम से उसकी पहचान की पुष्टि करें।
संदेही लेनदेन (Suspicious Transactions) की स्थिति में बैंक तुरंत अपने उच्च अधिकारियों और पुलिस को जानकारी दें।
जो व्यक्ति बार-बार अलग-अलग शाखाओं में खाता खोल रहे हैं, उनकी पहचान कर उनकी जानकारी पुलिस को भेजी जाए।
कॉर्पोरेट खातों के मामले में, खाता खुलने के 15 दिन बाद संबंधित पते का पुनः सत्यापन अनिवार्य किया गया है।
पुलिस द्वारा मांगी गई जानकारी बैंकों को बिना देरी के तुरंत साझा करनी होगी।
सायबर अपराध रोकने पर जोर
एसएसपी रायपुर ने कहा कि राजधानी समेत पूरे प्रदेश में हाल के महीनों में ऑनलाइन ठगी और साइबर अपराध के मामले बढ़े हैं। अपराधी म्यूल खातों के जरिये अवैध रूप से पैसे ट्रांसफर कर रहे हैं। ऐसे में बैंकिंग सिस्टम की सुरक्षा को मजबूत करना बेहद जरूरी है।उन्होंने कहा कि पुलिस और बैंकिंग संस्थान मिलकर काम करेंगे ताकि ऐसे खातों की पहचान समय पर की जा सके और आम लोगों को आर्थिक नुकसान से बचाया जा सके।




