अंबिकापुर में बिना अनुमति चंगाई सभा आयोजित करने का आरोप, धर्मांतरण की आशंका पर हिंदू संगठनों का विरोध

सरगुजा। जिले के ग्राम बालमपुर के रतनपुर में आयोजित एक चंगाई सभा को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। स्थानीय हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया है कि बिना प्रशासनिक अनुमति के यह सभा आयोजित की गई, जिसमें धर्मांतरण की आशंका जताई जा रही है।–
मिली जानकारी के अनुसार, ईसाई समुदाय द्वारा ग्राम रतनपुर में यह चंगाई सभा आयोजित की जा रही थी।स्थानीय लोगों का कहना है कि कार्यक्रम के लिए प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली गई थी। मामले की जानकारी मिलने पर हिंदू संगठनों के प्रतिनिधि मौके पर पहुंचे और सभा का विरोध किया।
आपत्ति करने वालों का कहना है कि चंगाई सभा के नाम पर धर्मांतरण का प्रयास किया जा रहा था। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे आयोजनों पर सख्ती बरती जाए और आयोजकों पर कार्रवाई की जाए।

स्थानीय लोगों ने पुलिस और प्रशासन को मामले की सूचना दी है। फिलहाल, पुलिस स्थिति पर नजर बनाए हुए है और कार्यक्रम से संबंधित तथ्यों की जांच की जा रही है।
क्या है चंगाई सभा?
चंगाई सभा प्रार्थना या आराधना का एक कार्यक्रम होता है, जिसमें बीमार व्यक्तियों के लिए प्रार्थना की जाती है।हालांकि, कई बार इन आयोजनों पर धर्मांतरण की आशंका को लेकर विवाद सामने आते रहे हैं।




