धान खरीदी पर प्रशासन की बड़ी सख्ती, चार कर्मचारियों पर FIR, 19,320 क्विंटल अवैध धान जब्त

रायपुर। छत्तीसगढ़ में धान खरीदी प्रक्रिया शुरू होते ही प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है। एक तरफ जहां धान खरीदी कार्य में बाधा डालने पर कर्मचारियों पर FIR दर्ज की जा रही है, वहीं दूसरी ओर खाद्य विभाग अवैध धान परिवहन के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान चला रहा है।
प्रदेश में 15 नवंबर से धान खरीदी की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसी बीच रायपुर जिले में खरीदी कार्य में बाधा डालने के आरोप में कौशल वर्मा, बृजमोहन देवांगन, राम कुमार वर्मा और पोषण लाल धुरंधर पर एस्मा के तहत मामला दर्ज किया गया है। शाखा प्रबंधकों ने शिकायत दर्ज कराई थी कि इन कर्मचारियों द्वारा कार्य में व्यवधान पैदा किया जा रहा था। कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह के निर्देश पर खरोरा, धरसींवा और नेवरा थानों में FIR दर्ज की गई है। प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि धान खरीदी व्यवस्था में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इसके साथ ही राज्यभर में धान के अवैध परिवहन पर खाद्य विभाग ने कड़ा अभियान शुरू कर दिया है। अब तक 19,320 क्विंटल अवैध धान जब्त किया जा चुका है। मार्कफेड ने परिवहन को रोकने के लिए विशेष टास्कफोर्स गठित की है, जो विभिन्न जिलों में लगातार निगरानी कर रही है।

जप्ती के आंकड़ों के अनुसार, महासमुंद जिले से सर्वाधिक 4,266 क्विंटल धान पकड़ा गया है। वहीं, मोहला-मानपुर चौकी में सबसे कम 27 क्विंटल धान जब्त किया गया। धान खरीदी को पारदर्शी और निष्पक्ष रखने के लिए चौकियों, परिवहन मार्गों और मंडियों में कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
प्रशासन का कहना है कि खरीदी पर प्रभाव डालने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई जारी रहेगी। साथ ही अवैध धान परिवहन रोकने के लिए राज्य स्तर पर विशेष मॉनिटरिंग की जा रही है, ताकि समर्थन मूल्य पर धान खरीदी प्रक्रिया सुचारू और पारदर्शी बनी रहे।



