छत्तीसगढ़ की बेटी मनमत्ती बघेल ने खेल मंत्री अरुण साव से की मुलाक़ात, 12 पदक जीतकर बढ़ाया राज्य का मान

रायपुर। पहली राष्ट्रीय आदिवासी कायाकिंग एंड कैनोइंग चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन कर छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करने वाली बस्तर की बेटी मनमत्ती बघेल ने आज उपमुख्यमंत्री एवं खेल मंत्री अरुण साव से मुलाक़ात की। यह प्रतियोगिता 28 से 31 अक्टूबर 2025 तक हैदराबाद के हुसैन सागर झील में आयोजित की गई थी, जिसमें जूनियर और सीनियर वर्ग की महिला व पुरुष खिलाड़ियों ने भाग लिया। छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों ने इस आयोजन में कुल 18 पदक (2 रजत और 16 कांस्य) अपने नाम किए, जिनमें से 12 कांस्य पदक अकेले मनमत्ती बघेल ने हासिल किए। मनमत्ती बघेल के साथ कांस्य पदक विजेता सुमित कुरेती, कोच पिंकी साहू और छत्तीसगढ़ प्रदेश कायाकिंग एंड कैनोइंग संघ के अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया भी मौजूद रहे।
उन्होंने मंत्री को खिलाड़ियों की उपलब्धियों से अवगत कराया और खेल के विकास पर चर्चा की। श्री भाटिया ने मंत्री को बताया कि कायाकिंग एंड कैनोइंग एक ओलंपिक खेल है और छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी लगातार राज्य का नाम रोशन कर रहे हैं, विशेषकर बस्तर क्षेत्र के युवा इस खेल में अपार संभावनाएं रखते हैं। उन्होंने खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं और सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की। इस पर मंत्री अरुण साव ने खिलाड़ियों की सराहना करते हुए हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया।
अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया ने इस अवसर पर खिलाड़ियों को सम्मान राशि की घोषणा की रजत पदक विजेता को ₹3100,कांस्य पदक विजेता को ₹2100 और मनमत्ती बघेल को ₹10,000 पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी।
कार्यक्रम में सहसचिव प्रशांत सिंह रघुवंशी ने भी बूढ़ातालाब स्थित अभ्यास स्थल पर खिलाड़ियों को हो रही असुरक्षा और सामग्री क्षति की समस्या उठाई, जिस पर मंत्री ने तत्काल समाधान का आश्वासन दिया।
अंत में मंत्री ने सभी खिलाड़ियों को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं और कहा कि राज्य सरकार खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए हर संभव कदम उठाएगी।



