CM विष्णु देव साय की प्रेस कॉन्फ्रेंस, 2 साल की बड़ी उपलब्धियों का खाका पेश

डिप्टी सीएम और चार मंत्रियों की मौजूदगी में उपलब्धियों का वीडियो प्रेजेंटेशन व पुस्तकों का विमोचन
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने की पूर्व संध्या पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य की उपलब्धियों का विस्तृत रिपोर्ट कार्ड पेश किया। मंच पर दोनों डिप्टी सीएम सहित श्याम बिहारी जायसवाल, केदार कश्यप, विजय शर्मा, अरुण साव, रामविचार नेताम, दयालदास बघेल और लक्ष्मी राजवाड़े भी मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत दो साल की विकास यात्रा के वीडियो प्रेजेंटेशन और उपलब्धियों पर आधारित पुस्तकों के विमोचन से हुई।
3 करोड़ जनता का आभार, उन्होंने हम पर भरोसा कर राज्य की दिशा बदली— CM साय
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता के विश्वास ने सरकार को मजबूत बनाया है। उन्होंने बताया कि पिछली सरकार में 18 लाख गरीब आवास से वंचित रह गए थे, लेकिन BJP सरकार ने शपथ के अगले ही दिन उनकी स्वीकृति देकर वादा निभाया। कई घर बन चुके हैं और शेष निर्माण तेज़ी से जारी है।“किसानों को 3100 में धान खरीद रहे, दो साल का 3716 करोड़ बोनस दिया”किसानों को राहत देते हुए CM साय ने बताया कि सरकार 21 क्विंटल तक धान खरीदी कर रही है और बकाया बोनस भी चुका दिया गया है।“महतारी वंदन योजना ने महिलाओं के जीवन में बदलाव लाया”अब तक 14 हजार करोड़ रुपए महिलाओं को दिए जा चुके हैं, जो सुकन्या खाते, सिलाई-कढ़ाई, व्यवसाय और सामाजिक कार्यों में उपयोग हो रहे हैं।
सरकार ने तेंदूपत्ता कीमत बढ़ाने, चरण पादुका योजना पुनः शुरू करने, 73 लाख परिवारों को राशन, और 5.62 लाख भूमिहीन किसानों को 10 हजार वार्षिक सहायता जैसी योजनाओं को बड़ी उपलब्धि बताया।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि राज्य ने नक्सलवाद पर निर्णायक बढ़त बनाते हुए 5 साल में 500 से अधिक नक्सलियों का खात्मा किया है, जबकि 1000 से ज्यादा नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा को अपनाया है। CM ने कहा कि नक्सल समस्या का समाधान “गन और गवर्नेंस दोनों से” होगा, इसलिए सरकार नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास को प्राथमिकता दे रही है।
विकास का मॉडल: नियाद–नेल्लानार योजना
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस योजना के तहत सड़कों, पुलों, अस्पतालों और स्कूलों का तेजी से निर्माण किया जा रहा है।अब तक 400 गांवों को पुनः आबाद किया गया है और कई घोर नक्सल क्षेत्रों में पहली बार बिजली पहुंचाई गई है। नक्सली पुनर्वास नीति—देश में सबसे प्रभावीCM साय ने कहा कि सरकार ने कई राज्यों का अध्ययन कर एक प्रभावी पुनर्वास नीति बनाई है, जिसके परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं।
नीति के मुख्य प्रावधान—3 वर्ष तक ₹10,000 प्रतिवर्ष सहायता, शहरी क्षेत्र में चार डिसमिल जमीन, ग्रामीण में एक हेक्टेयर कृषि भूमि, इनामी नक्सलियों को पूरी इनाम राशि,आत्मसमर्पित नक्सलियों की पहल “पंडुम कैफे” को उन्होंने सामाजिक बदलाव का प्रतीक बताया।
बस्तर में बड़े प्रोजेक्ट: गेम चेंजर योजनाएँ
विशाखापट्टनम एक्सप्रेसवे को बस्तर का भविष्य बदलने वाला प्रोजेक्ट बताया, इंद्रावती–महानदी रिवर इंटरलिंकिंग पर काम शुरू होने की तैयारी, नगरनार स्टील प्लांट के पास 118 एकड़ में औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री बस सेवा योजना से सैकड़ों गांवों को राहत, धार्मिक–सामाजिक और शिक्षा सुधार, अयोध्या रामलला दर्शन योजना: 38,000 से अधिक लोग लाभान्वित, सीएम तीर्थ दर्शन योजना पुनः शुरू, 900 स्कूलों में स्मार्ट क्लास, शिक्षक विहीन स्कूलों में शिक्षक नियुक्तसरकारी स्कूलों में PTM सिस्टम लागू, आदिवासी कल्याण, प्रदेश की 32% आदिवासी आबादी के लिए, धरती आबा ग्राम उत्कर्ष योजनाविशेष पिछड़ी जनजातियों हेतु विशेष योजनाएँ,बैगा–गुनिया परिवारों को ₹5,000 वार्षिक सहायता दी जा रही है।




