EXCLUSIVE:कांग्रेस का हर बूथ मजबूत अभियान, छत्तीसगढ़ की कांकेर सीट पर चलेगा अभियान

रायपुर – कांग्रेस हाईकमान ने मिशन 2028 की तैयारी के तहत देश के पांच राज्यों की पांच विधानसभा सीटों को हर बूथ मजबूत अभियान के लिए चुना है,इनमें एक सीट छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले की है। इन सीटों पर जल्द ही बूथ रक्षक तैनात किए जाएंगे जो फर्जी वोटर्स की पहचान के साथ बूथों में कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाएंगे। जल्द ही कांग्रेस इस अभियान को व्यापक रूप देते हुए उन सभी राज्यों में करेगी। जहां 2028 में विधानसभा चुनाव होने हैं।
छत्तीसगढ़ की कांकेर सीट ही क्यों?
कांग्रेस की रणनीति उन सीटों पर फोकस करने की है, जहां बीते विधानसभा और लोकसभा चुनावों में हार का अंतर बहुत ही कम रहा। कांकेर सीट भी उन्हीं सीटों में से एक है, जहां 2023 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी शंकर ध्रुवा को केवल 16 मतों से पराजय का सामना करना पड़ा था।
ऐसा होगा अभियान का स्वरूप
अभियान के तहत हर विधानसभा क्षेत्र में 20 क्लस्टर बनाए जाएंगे। प्रत्येक क्लस्टर में नियुक्त किए गए बूथ रक्षक मतदाताओं तक सीधी पहुंच बनाकर कांग्रेस के पक्ष में माहौल तैयार करने का काम करेंगे। इसके अलावा विधानसभा और लोकसभा चुनाव के बीच कितने गलत वोटर जोड़े गए हैं, इसे बूथ रक्षकों की मदद से जांचेगी. इसके अलावा, यह भी देखा जाएगा कि पहले और बाद में कितने मतदाता जोड़े गए और कितने हटाए गए।
प्रियंका गांधी देंगी ट्रेनिंग
अभियान की शुरुआत से पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी बूथ रक्षकों को प्रशिक्षण देंगी। दिल्ली में होने वाले इस ट्रेनिंग कार्यक्रम में चुनावी राज्यों से प्रतिनिधियों को बुलाया जाएगा। इसके बाद यह प्रशिक्षण राज्य और जिला स्तर पर आगे बढ़ेगा।
मेरा बूथ सबसे मजबूत अभियान से तुलना
राजनीतिक जानकार मानते हैं कि कांग्रेस का यह अभियान दरअसल भाजपा के मेरा बूथ सबसे मजबूत अभियान की रणनीति से मेल खाता है। भाजपा हर चुनाव से पहले अपने शक्ति केंद्रों के जरिए बूथों को मजबूत करती है। कांग्रेस भी इसी तर्ज पर बूथ प्रबंधन के जरिए जमीनी स्तर पर पैठ बनाने की कोशिश कर रही है। हालांकि कांग्रेस वोट चोर गद्दी छोड़ अभियान को आगे बढ़ाकर बूथों में फर्जी वोटर्स का पता भी लगाएगी।
छत्तीसगढ़ समेत प्रदेश कांग्रेस संगठन का कहना है कि फिलहाल पार्टी हाईकमान से आधिकारिक दिशा-निर्देश का इंतजार है। जैसे ही राष्ट्रीय स्तर से गाइडलाइन जारी होगी, वैसे ही राज्यों में इसे लागू करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
मलकीत सिंह गेंदू,प्रभारी महामंत्री,कांग्रेस
भाजपा ने कांग्रेस के इस कार्यक्रम पर तंज कसा है। उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा—“कांग्रेस जनता का विश्वास खो चुकी है। चाहे कोई भी अभियान चला ले, जनता अब कांग्रेस को नकार चुकी है। बूथ रक्षक जैसे कार्यक्रम से कांग्रेस को कोई फायदा नहीं होगा- अरुण साव,डिप्टी सीएम
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि बूथ स्तर पर संगठन को खड़ा करना कांग्रेस की 2028 रणनीति का अहम हिस्सा होगा। हालांकि इसकी सफलता इस पर निर्भर करेगी कि कांग्रेस मतदाताओं को कितना प्रभावित कर पाती है और क्या वह भाजपा के बूथ मैनेजमेंट मॉडल का सफल विकल्प बना सकती है।यह देखना होगा।




