रायपुर में सप्तशक्ति संगम का भव्य आयोजन, मातृशक्ति सम्मान और प्रेरक व्याख्यानों से गूंजा मंच

रायपुर। राजधानी के सेक्टर-4 स्थित सरस्वती शिशु मंदिर उच्च माध्यमिक विद्यालय में रविवार को सप्तशक्ति संगम व्याख्यान एवं मातृशक्ति सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मातृशक्ति, बालिका शिक्षा और महिलाओं के नेतृत्व पर गहन विचार-विमर्श और सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी नीता डूमरे ने की, और मुख्य वक्ता रहीं सुनीता पांडेय, संयोजक थीं डॉ. शैला शर्मा, जबकि सह-संयोजन की ज़िम्मेदारी दीक्षा अग्रवाल ने संभाली। कार्यक्रम में प्रियदर्शिनी दिव्य, डॉ. मंजरी बक्शी वर्षा मिश्रा, सुमन मुठा, अंजना वर्मा, और अनु कंवर सहित कई गणमान्य महिलाएँ उपस्थित रहीं। बड़ी संख्या में महिलाएँ, छात्राएँ और आमंत्रित अतिथि कार्यक्रम में शामिल हुए।

कार्यक्रम की मुख्य वक्ता सुनीता पांडेय ने कहा कि जब एक माँ शिक्षित होती है, तो पूरा समाज उजाले से भर जाता है। बालिका शिक्षा वह बीज है, जिससे सशक्त भारत का वृक्ष तैयार होता है। नीता डूमरे ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में कहा कि मैदान की जीत तो अस्थायी होती है, लेकिन जीवन की जीत तब होती है जब महिलाएँ अपनी पहचान खुद गढ़ती हैं। अनुशासन और आत्मविश्वास ही महिला सशक्तिकरण की सबसे बड़ी ताकत हैं। डॉ. शैला शर्मा ने कहा कि महिला सिर्फ घर की आधारशिला नहीं, समाज की दिशा-सूचक भी है। हर बेटी में छिपी प्रतिभा को पहचानना ही सच्ची मातृभक्ति है।
आयोजकों ने बताया कि ‘सप्तशक्ति संगम’ का उद्देश्य महिलाओं के योगदान को मान्यता देना और समुदाय में उनकी नेतृत्व क्षमता को बढ़ावा देना है। कार्यक्रम में उठे बालिका शिक्षा, महिलाओं की आर्थिक एवं सामाजिक भागीदारी, और सामूहिक समर्थन को लेकर कार्ययोजनाएँ सुझाई गईं, जिससे स्थानीय स्तर पर सशक्तिकरण की दिशा में निरंतर पहल की उम्मीद है।




