
दुर्ग। छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय (CSVTU) भिलाई में वर्ष 2018 में कॉलेजों को संबद्धता देने के दौरान हुई अनियमितताओं के मामले में अब बड़ी कार्रवाई का रास्ता साफ हो गया है। लोक सेवा आयोग ने जांच पूरी करते हुए पूर्व कुलपति, पूर्व कुलसचिव सहित कुल 5 अधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं।
यह मामला लंबे समय से लंबित था, जिसमें संबद्धता प्रक्रिया में गंभीर गड़बड़ी और आर्थिक लेन-देन के आरोप लगे थे। जांच में खुलासा हुआ कि कई कॉलेजों को नियमों का अनुपालन किए बिना संबद्धता दी गई थी। निरीक्षण रिपोर्टों में विसंगतियाँ थीं और कई ऐसे संस्थानों को भी मंजूरी दी गई, जिनके इंफ्रास्ट्रक्चर व स्टाफ संबंधी मानक पूरे नहीं थे। इसके बदले कथित रूप से आर्थिक लाभ लेने के आरोप सामने आए थे। शिकायत मिलने के बाद आयोग ने मामले की विस्तृत समीक्षा की और अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध पाई।लोक सेवा आयोग ने अब इस प्रकरण में कड़ी कार्रवाई, जवाबदेही तय करने और दोषी अधिकारियों के विरुद्ध दंडात्मक कदम उठाने की अनुशंसा की है। निर्देश जारी होने के बाद विश्वविद्यालय और उच्च शिक्षा विभाग को कार्रवाई की प्रक्रिया को आगे बढ़ाना होगा।
इस कदम को उच्च शिक्षा संस्थानों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।इस कार्रवाई से विश्वविद्यालय तंत्र में साफ संदेश गया है कि प्रशासनिक लापरवाही, अनियमित निर्णय और वित्तीय लेन-देन जैसे मामलों को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।




