सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर छत्तीसगढ़ में यूनिटी मार्च, एकता और राष्ट्रभक्ति का देंगे संदेश

रायपुर। लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार ने बड़े स्तर पर एकता, राष्ट्रभक्ति और युवा सहभागिता पर केंद्रित कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की है। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने रायपुर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन आयोजनों की विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि सरदार पटेल ने दृढ़ता के साथ ब्रिटिश सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ी और देश की आजादी के बाद पहले गृह मंत्री के रूप में रियासतों के विलय में ऐतिहासिक भूमिका निभाई। जूनागढ़, हैदराबाद जैसी रियासतों का विलय देश की एकता का प्रतीक बना। उनकी स्मृति में यह आयोजन युवाओं में राष्ट्रनिर्माण की भावना को सशक्त करने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
31 अक्टूबर से 25 नवंबर तक यूनिटी मार्च
उप मुख्यमंत्री साव ने बताया कि राज्य में 31 अक्टूबर से 25 नवंबर तक सभी जिलों में युवा पदयात्रा निकाली जाएगी, जिसका नेतृत्व सांसद, जिलों के प्रभारी मंत्री और स्थानीय जनप्रतिनिधि करेंगे। यह यात्रा प्रतिदिन 8 से 10 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। यात्रा में एनसीसी, एनएसएस, पूर्व सैनिक और खिलाड़ी बड़ी संख्या में शामिल होंगे। इसके अलावा यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवा और नशा मुक्ति जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा।
उन्होंने अपील करते हुए कहा कि इस यात्रा में अधिक से अधिक युवा भाग लें ताकि समाज में एकता और राष्ट्रभक्ति का संदेश जा सके।
यात्रा से पहले स्कूल-कॉलेजों में होंगे कार्यक्रम
पदयात्रा शुरू होने से पहले पूरे राज्य के स्कूलों और कॉलेजों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इनमें क्विज़, निबंध प्रतियोगिता, व्याख्यान और सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल होंगे। उद्देश्य युवाओं को सरदार पटेल के योगदान से अवगत कराना और उनकी विचारधारा को फैलाना है।
दूसरा चरण में नागपुर से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक यात्रा
दूसरे चरण में प्रदेश के चार जोन बनाए जाएंगे। प्रत्येक जिले से 5-5 युवाओं का चयन कर इन चारों क्षेत्रों में शामिल किया जाएगा। सभी चयनित युवा नागपुर में एकत्रित होकर सरदार पटेल की जन्मस्थली से केवड़िया स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक 150 किमी की यात्रा करेंगे। इस यात्रा में देशभर से चुने गए युवाओं की भागीदारी होगी।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा
यह सिर्फ पदयात्रा नहीं, बल्कि युवाओं के माध्यम से एकता और राष्ट्रभक्ति का सशक्त संदेश देने का अभियान है। इसमें सरकार के साथ संगठन भी सक्रिय भूमिका निभाएगा।



