छग पाठ्य पुस्तक निगम का बड़ा फैसला, एक टेंडर की बजाय तीन अलग-अलग टेंडर जारी होंगे

रायपुर। छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम ने बड़ा निर्णय लिया है। शिक्षा मंत्री की उस घोषणा को निगम की बोर्ड बैठक में पलट दिया गया, जिसमें एक ही टेंडर के ज़रिए किताबों की खरीद, छपाई और परिवहन की बात कही गई थी। अब इन तीनों कार्यों के लिए अलग-अलग टेंडर जारी किए जाएंगे।
निगम के अध्यक्ष राजा पांडे ने बताया कि गुजरात और एनसीईआरटी मॉडल को अपनाने का निर्णय लिया गया है। एक ही टेंडर से भ्रष्टाचार और अव्यवस्था की संभावना बढ़ जाती है, इसलिए यह व्यवस्था बदली जा रही है। उन्होंने कहा कि इस बार यह सुनिश्चित किया जाएगा कि अगले शैक्षणिक सत्र शुरू होने से पहले स्कूलों तक किताबें पहुंच जाएं। इसके लिए ट्रांसपोर्टेशन वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाया जाएगा।
कागज सप्लाई में देरी करने वाली दो कंपनियों — ओरिएंट पेपर और श्रेयांश पेपर के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है। दोनों कंपनियों को पांच साल के लिए ब्लैकलिस्ट किया जाएगा।
आगामी सत्र शुरू होने से पहले ही स्कूलों में पहुंचेंगी पुस्तकें
छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम ने इस बार व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया है ताकि आने वाले शैक्षणिक सत्र की शुरुआत से पहले ही सभी सरकारी स्कूलों में किताबें पहुंच जाएं। निगम के अध्यक्ष राजा पांडे ने बताया कि इस बार कागज खरीदी, छपाई और ट्रांसपोर्टेशन के लिए अलग-अलग टेंडर जारी किए जाएंगे। इससे काम समानांतर रूप से शुरू होगा और देरी की संभावना कम होगी। राजा पांडे ने कहा पिछले वर्षों में देरी की सबसे बड़ी वजह एकल टेंडर प्रक्रिया थी। अब हम गुजरात और एनसीईआरटी के मॉडल को अपनाकर पारदर्शी और समयबद्ध व्यवस्था लागू कर रहे हैं।
ट्रांसपोर्ट वाहनों में जीपीएस सिस्टम
किताबों की समय पर डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए ट्रांसपोर्ट वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाया जाएगा। इसके ज़रिए यह ट्रैक किया जा सकेगा कि कौन-सा ट्रक कब और कहां पहुंचा।




