
रायपुर। तेलंगाना में 10 से 20 दिसंबर 2025 तक आयोजित 32वीं सीनियर एनटीपीसी राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल चार पदक अपने नाम किए हैं। हमारे खिलाड़ियों ने 2 स्वर्ण, 1 रजत और 1 कांस्य सहित कुल 4 पदक किए अपने नाम किए है। यह उपलब्धि छत्तीसगढ़ तीरंदाजी संघ और प्रदेश के लिए यह अत्यंत गौरवपूर्ण क्षण है। संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कैलाश मुरारका ने जानकारी देते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल चार पदक अपने नाम किए हैं। प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ तीरंदाजी संघ के 36 तीरंदाज, कोच एवं मैनेजर सहभागी रहे। खिलाड़ियों की उपलब्धि पर संघ के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बधाई और शुभकामनाएं दी है।

पदक विवरण (इंडियन राउंड)
| स्वर्ण पदक (30 मीटर): विकास कुमार |
| रजत पदक (50 मीटर): चांदनी साहू |
| स्वर्ण पदक (बालिका टीम): झारखंड को पराजित कर शानदार जीत |
| कांस्य पदक (ओपन/ग्राउंड इवेंट): विकास कुमार |
कैलाश मुरारका ने विशेष रूप से रेखांकित किया कि विकास कुमार और चांदनी साहू दोनों जूनियर/सब-जूनियर खिलाड़ी हैं, जिन्होंने सीनियर वर्ग में पदक जीतकर राज्य की प्रतिभा और प्रशिक्षण की गुणवत्ता को सिद्ध किया है। इससे पहले भी इन खिलाड़ियों ने नवंबर में ईटानगर (अरुणाचल प्रदेश) तथा हाल ही में नेशनल गेम्स में छत्तीसगढ़ को पदक दिलाए हैं।
मुरारका ने विश्वास जताया कि रायपुर में आयोजित होने वाली आगामी जूनियर राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में भी यही टीम राज्य को पदक दिलाएगी। टीम के रायपुर आगमन पर भव्य स्वागत किया जाएगा। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ तीरंदाजी संघ के प्रदेश अध्यक्ष मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल, उपमुख्यमंत्री/खेल मंत्री अरुण साव, विधायक पुरंदर मिश्रा, मोतीलाल साहू, अनुज शर्मा, संघ के सचिव आयुष मुरारका, टी.टी. बहरा, आत्माराम सहित कोच, मैनेजर एवं पदक विजेता खिलाड़ियों का वंदन- अभिनंदन किया गया।
पैरा आर्चरी में भी उम्मीदें उज्ज्वल
छत्तीसगढ़ तीरंदाजी संघ के पैरा आर्चर दिगेश्वर कुमार और टोमन कुमार को भी संघ ने हार्दिक बधाई दी। टोमन कुमार ओलंपिक क्वालिफिकेशन से एक कदम दूर हैं, वहीं दिगेश्वर कुमार ने हाल ही में बस्तर ओलंपिक में पदक जीता है। संघ ने घोषणा की कि इंडियन राउंड का संपूर्ण इक्विपमेंट नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाएगा तथा 20 से 30 दिसंबर 2025 को आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में दोनों तीरंदाज छत्तीसगढ़ के आइकॉन के रूप में मौजूद रहेंगे।



