APK फाइल से रहें अलर्ट, नहीं तो खाली हो जाएगा बैंक अकाउंट

ट्रैफिक चालान, किसान सम्मान और पीएम आवास के व्हाट्सऐप मैसेज भेजकर ठगी की घटनाएं बढ़ीं
रायपुर।साइबर ठगों ने अब लोगों को फंसाने का नया तरीका ढूंढ लिया है। ट्रैफिक चालान, किसान सम्मान निधि और पीएम आवास योजना जैसी सरकारी योजनाओं के नाम पर व्हाट्सऐप और टेलीग्राम से फर्जी एपीके फाइल भेजी जा रही है। जैसे ही कोई व्यक्ति इन फाइलों को डाउनलोड करता है, उसका मोबाइल हैक हो जाता है और कुछ ही देर बाद बैंक अकाउंट से रकम उड़ जाती है।
रायपुर में बढ़े केस
राजधानी रायपुर में पिछले कुछ दिनों में इस तरह के कम से कम पांच केस दर्ज हुए हैं। पीड़ितों ने बताया कि उनके मोबाइल पर चालान या योजना से जुड़े संदेश आए और लिंक पर क्लिक करते ही मोबाइल हैंग हो गया। इसके बाद खाते से लाखों रुपये की निकासी हो गई।
साइबर सेल की चेतावनी
डीएसपी साइबर क्राइम निशीथ अग्रवाल ने बताया कि ठग “ई-चालान” के नाम पर एपीके फाइल भेज रहे हैं। उन्होंने साफ कहा कि किसी भी अनजान लिंक या फाइल को डाउनलोड न करें।उन्होंने यह भी कहा कि अगर गलती से कोई संदिग्ध ऐप डाउनलोड हो जाए और मोबाइल हैक होने की आशंका हो तो –
- सबसे पहले मोबाइल का डेटा और वाई-फाई बंद करें।
- तुरंत सिम कार्ड निकाल दें।
- नजदीकी थाने या साइबर सेल से तुरंत संपर्क करें।
ठगों के निशाने पर आम लोग
विशेषज्ञों के मुताबिक साइबर ठग योजनाओं और ट्रैफिक चालान जैसी विश्वसनीय बातों को बहाना बनाकर आम लोगों को फंसा रहे हैं। लोगों की लापरवाही ठगी का बड़ा कारण बन रही है। ऐसे में पुलिस की अपील किसी भी संदिग्ध व्हाट्सऐप या टेलीग्राम मैसेज पर भरोसा न करें। सरकारी योजना या ट्रैफिक चालान की जानकारी सिर्फ आधिकारिक पोर्टल या ऐप से ही देखें। सतर्क रहें और दूसरों को भी सावधान करें।



