छत्तीसगढ़ में SIR को लेकर कांग्रेस सक्रिय, भाजपा ने साधा निशाना

रायपुर। प्रदेश में चल रही SIR प्रक्रिया को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। कांग्रेस की AICC निगरानी समिति की अहम बैठक शुरू हो चुकी है। राजीव भवन में चल रही बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, निगरानी समिति संयोजक मोहन मरकाम सहित वरिष्ठ नेता शामिल है।
बैठक में SIR प्रक्रिया की निगरानी और आगामी रणनीति पर चर्चा होगी। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा सरकार के इशारे पर SIR के बहाने उनके जनाधार और वोट बैंक को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। पार्टी का कहना है कि प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं बरती जा रही और प्रशासनिक दबाव के संकेत मिल रहे हैं।

इसी मुद्दे पर कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल आज चुनाव आयोग से मिला। पार्टी ने SIR के लिए जरूरी दस्तावेज जमा करने की तिथि तीन महीने बढ़ाने की मांग की है। वर्तमान में चुनाव आयोग ने दस्तावेज प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 4 दिसंबर निर्धारित की है। कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा।
भाजपा ने किया पलटवार
उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कांग्रेस पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को ना संविधान पर भरोसा है, ना संवैधानिक संस्थाओं पर। उसे भरोसा केवल एक परिवार और उनके आदेशों पर है। साव ने कहा कि SIR कोई नई प्रक्रिया नहीं है, पहले भी होती रही है। कांग्रेस इस पर सवाल उठाकर अपने ही जनाधार पर प्रश्नचिह्न लगा रही है।राज्य में SIR को लेकर जारी यह सियासी टकराव अब नई दिशा लेता दिख रहा है।




