
बिलासपुर। बिलासपुर में भारतीय जनता पार्टी की यूनिटी मार्च के दौरान आपसी विवाद का मामला सामने आया। तिफरा काली मंदिर से शुरू हुई इस रैली में विधायक सुशांत शुक्ला और प्रदेश मंत्री हर्षिता पांडे के बीच केंद्रीय मंत्री तोखन साहू के साथ फर्स्ट लाइन में चलने को लेकर बहस हो गई। देखते ही देखते स्थिति इतनी बिगड़ गई कि दोनों नेताओं के बीच जमकर नोकझोंक हो गई।
मौके पर मौजूद केंद्रीय मंत्री तोखन साहू और वरिष्ठ नेता धरमलाल कौशिक ने तत्काल बीच-बचाव कर माहौल को शांत कराया। घटना के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेतृत्व के बीच असहज स्थिति बन गई। भाजपा की ओर से हालांकि इस विवाद पर अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन यह मामला सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है।
सूत्रों के अनुसार, यूनिटी मार्च का उद्देश्य कार्यकर्ताओं में एकजुटता दिखाना और संगठन की ताकत का प्रदर्शन करना था। परंतु नेताओं के बीच हुई इस तकरार ने पार्टी की एकजुटता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कांग्रेस ने कंसा तंज
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री शिव डहरिया ने कहा भारतीय जनता पार्टी केवल दिखावे की राजनीति करती है। पार्टी में संवादहीनता और आपसी फूट साफ दिखाई दे रही है। कई जगह इनके नेता आपस में बात तक नहीं करते।




