नेपाल में सोशल मीडिया बैन के खिलाफ हिंसक विरोध, 20 की मौत – काठमांडू में कर्फ्यू

नेपाल के गृहमंत्री रमेश लेखक ने दिया इस्तीफा
काठमांडू – नेपाल में सोशल मीडिया बैन के फैसले ने बड़ा जनाक्रोश खड़ा कर दिया है। राजधानी काठमांडू और अन्य शहरों में रविवार देर रात से हजारों युवा सड़कों पर उतर आए। सरकार के आदेश के मुताबिक Facebook, X (Twitter), YouTube जैसे प्लेटफॉर्म्स को अनिवार्य पंजीकरण न कराने के कारण ब्लॉक कर दिया गया था। इस फैसले के खिलाफ Gen-Z और छात्र संगठनों ने “Shut down corruption not social media” जैसे नारे लगाते हुए संसद भवन की ओर कूच किया। विरोध तेज़ होने पर हालात बेकाबू हो गए।
पुलिस की सख्ती, आंसू गैस और रबर बुलेट
प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस, रबर बुलेट, पानी की बौछार और लाठीचार्ज का इस्तेमाल किया। संसद क्षेत्र और प्रमुख इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। भारी जनहानिअब तक 16 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। दर्जनों लोग घायल हुए हैं, जिनमें सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं। कई युवाओं को हिरासत में लिया गया है
इंटरनेट सेवाएं आंशिक रूप से बहाल
सरकार ने हालात काबू करने के लिए कुछ समय के लिए सोशल मीडिया सेवाएं बहाल कीं, लेकिन विरोध प्रदर्शन थमने के बजाय और उग्र हो गया।
विपक्ष का आरोप
विपक्षी दलों ने सरकार पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता कुचलने और भ्रष्टाचार के मुद्दों से ध्यान भटकाने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि युवाओं की आवाज दबाने से हालात और बिगड़ेंगे।




