आकाशीय बिजली से बचाव के उपाय: छत्तीसगढ़ में बढ़ती जनहानि के बीच सीएम साय की अपील

रायपुर – हाल ही में राजधानी रायपुर में आकाशीय बिजली गिरने से एक स्कूली छात्र और खेत में काम कर रही एक युवती की दर्दनाक मौत हो गई। यह पहली घटना नहीं है, छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों से हर साल ऐसे मामले सामने आते हैं। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में मानसून और बरसात के दिनों में आकाशीय बिजली से मौत के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है।
क्यों गिरती है आकाशीय बिजली?
आकाशीय बिजली दरअसल बादलों में मौजूद सकारात्मक और नकारात्मक चार्ज के टकराने से उत्पन्न ऊर्जा है। जब यह ऊर्जा धरती की सतह पर डिस्चार्ज होती है, तो इसे लाइटनिंग स्ट्राइक कहते हैं। इस दौरान आसपास मौजूद इंसान, पेड़ या धातु इसकी चपेट में आ सकते हैं।
आकाशीय बिजली से बचने के उपाय
विशेषज्ञों और IMD (भारतीय मौसम विभाग) के अनुसार कुछ सावधानियां बरतकर ऐसे हादसों से बचा जा सकता है:
1. खुले मैदान से बचें – बारिश या गरज-चमक के समय खेत, स्टेडियम या खाली जगहों पर न जाएं।
2. पेड़ों के नीचे न खड़े हों – अक्सर लोग बारिश से बचने के लिए पेड़ के नीचे खड़े हो जाते हैं, लेकिन यह सबसे बड़ा खतरा है।
3. मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का उपयोग न करें – बिजली आकर्षित कर सकते हैं।
4. धातु (Iron, Tools) से दूरी बनाए रखें – खेत में काम कर रहे किसानों को औजार तुरंत छोड़ देना चाहिए।
5. पानी से दूर रहें – नदी, तालाब या पोखर के पास बिजली गिरने की आशंका अधिक होती है।
6. मकान में रहें – यदि संभव हो तो तुरंत सुरक्षित स्थान या घर के भीतर चले जाएं।
7. 30-30 नियम अपनाएं – यदि बिजली की चमक और गरज के बीच का अंतर 30 सेकंड से कम है तो तुरंत सुरक्षित जगह पर चले जाएं और अंतिम गड़गड़ाहट के 30 मिनट बाद ही बाहर निकलें।
सरकार की पहल
छत्तीसगढ़ सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान चलाने और लाइटनिंग अलर्ट सिस्टम लागू करने की योजना बनाई है। वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि मोबाइल पर मिलने वाले मौसम अलर्ट और IMD की चेतावनी पर तुरंत ध्यान देना चाहिए।
मुख्यमंत्री साय की अपील
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोशल मीडिया में लिखा कि विगत दिनों आकाशीय बिजली से जनहानि की घटनाएं बढ़ी हैं। जानकारी ही आकाशीय बिजली के खतरे से बचाव का प्रमुख उपाय है। सीएन साय ने अपील करते हुए कहा है कि आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं को हल्के में न लें और सतर्क रहें।




