धमतरी-कांकेर-बालोद की मछुआ समितियों को बड़ी राहत, गंगरेल डुबान क्षेत्र में फिर से शुरू होगा मछली पालन

रायपुर – गंगरेल बांध डुबान क्षेत्र की मछुआ सहकारी समितियों को दोबारा मछली पालन का अधिकार मिलने के बाद रविवार को धमतरी, कांकेर और बालोद जिले की 11 समितियों के सदस्य राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास पहुँचे। यहाँ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का स्वागत करते हुए उन्होंने आभार जताया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने डुबान क्षेत्र में एम्बुलेंस और बैंक शाखा खोलने का आश्वासन दिया और कहा कि सरकार गरीब और वंचित वर्ग के उत्थान के लिए निरंतर काम कर रही है।
मछुआ समितियों को फिर मिला हक
डुबान क्षेत्र की मछुआ सहकारी समितियों को लंबे समय से मछली पालन का हक नहीं मिल पा रहा था। अब सरकार के फैसले से इन समितियों को दोबारा यह अधिकार मिलने पर स्थानीय लोगों में उत्साह देखा गया।
एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध कराने और राष्ट्रीय बैंक की शाखा खोलने
मुख्यमंत्री साय ने ग्रामीणों की मांग पर डुबान क्षेत्र में एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध कराने और राष्ट्रीय बैंक की शाखा खोलने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इन सुविधाओं से ग्रामीणों को सीधे राहत और रोजमर्रा की जरूरतों में सहूलियत मिलेगी।
गंगरेल डुबान क्षेत्र की समितियों को मछली पालन का हक लौटने से जहां स्थानीय लोगों को राहत मिली है, वहीं मुख्यमंत्री साय के आश्वासनों ने ग्रामीणों को नई उम्मीद दी है। अब लोगों की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि कितनी जल्दी वादे हकीकत में बदलते हैं।


