
रायपुर – तीन दिवसीय गुजरात दौरे से लौटने के बाद शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने कहा कि नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में नवाचार और तकनीक बड़ी भूमिका निभाएंगे और इससे राज्य की शिक्षा व्यवस्था में बड़ा बदलाव होगा। मंत्री ने बताया कि गुजरात के शिक्षा मॉडल से कई महत्वपूर्ण सीख मिली हैं जिन्हें छत्तीसगढ़ में लागू किया जाएगा।
शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने गुजरात प्रवास के दौरान अहमदाबाद स्थित भास्कराचार्य अंतरिक्ष अनुप्रयोग एवं भू-सूचना विज्ञान संस्थान (BISAG-N) का अध्ययन किया। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष विज्ञान और डिजिटल तकनीक का उपयोग करके विद्यार्थियों को शिक्षा से बेहतर तरीके से जोड़ा जा सकता है। साथ ही, शिक्षकों की कमी को ऑनलाइन क्लास और वर्चुअल प्लेटफॉर्म के जरिए दूर किया जा सकता है। यादव ने बताया कि गुजरात में यह व्यवस्था है कि किस स्कूल में कौन-सा शिक्षक पढ़ा रहा है और विद्यार्थियों की प्रगति कैसी है, इसका डिजिटल मॉनिटरिंग किया जाता है,जिसे हम जल्द ही छत्तीसगढ़ में लागू करेंगे।
मंत्री ने आगे बताया कि छत्तीसगढ़ में बनने जा रहे नालंदा परिसर में उच्च स्तरीय कोचिंग और प्रशिक्षण की व्यवस्था होगी। इसके लिए शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा और डिजिटल संसाधनों का भी पूरा इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर अहमदाबाद मुख्यालय का दौरा करना भी एक महत्वपूर्ण अनुभव रहा। छत्तीसगढ़ सरकार नई शिक्षा नीति के अनुरूप हर संभव प्रयास करेगी ताकि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण और आधुनिक शिक्षा उपलब्ध हो सके।



