
रायपुर। भारत में नक्सलवाद का सफाया करीब है। उसके पहले ही नक्सलियों के सरेंडर की बयार तेज हो चली है। आज गढ़चिरौली समेत कांकेर में नक्सलियों के टॉप लीडर्स ने हथियार डालकर समाज की मुख्यधारा से जुड़ने का फैसला किया,जो यह बताता है कि नक्सलियों की जड़ें अब कमजोर हो चली है। 2025 में अब तक पूरे देश में 1,500 से अधिक नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर हिंसा का रास्ता छोड़ दिया है, जो 2024 के 881 की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे “नक्सल-मुक्त भारत की दिशा में ऐतिहासिक कदम” बताते हुए मार्च 2026 तक पूर्ण समाप्ति का लक्ष्य दोहराया।
सरेंडर की कड़ी में आज छत्तीसगढ़ के उत्तर बस्तर कांकेर जिले में कंपनी नंबर 5 के प्रमुख राजू सलाम उर्फ DVCM (डिप्टी कमांडर) सहित 100 से अधिक नक्सलियों ने आज कामतेड़ा बीएसएफ कैंप में हथियार डाल दिए। इसमें नक्सल कमांडर प्रसाद, मीना और संगठन के प्रवक्ता रूपेश जैसे बड़े नाम शामिल हैं। यह सरेंडर महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में भूपति के कल के आत्मसमर्पण के बाद आया, जो “लाल गलियारे” को पूरी तरह नेस्तनाबूद करने की ओर इशारा कर रहा है।
कांकेर सरेंडर: टॉप लीडर्स का सामूहिक आत्मसमर्पण, संगठन को बड़ा झटका
आज दोपहर कांकेर के कोयलीबेड़ा क्षेत्र के जंगलों से निकलकर 100-150 नक्सलियों की टुकड़ी बसों से कामतेड़ा कैंप पहुंची। इनमें पुरुष, महिलाएं और नाबालिग कैडर शामिल थे। सरेंडर प्रक्रिया सुबह से चली, जिसमें 39 हथियार—जिनमें ऑटोमैटिक राइफलें, INSAS और अन्य घातक असलहे—जमा किए गए। बस्तर आईजी पी. सुंदरराज और कांकेर एसपी इंदिरा कल्याण एलिसेला की गोपनीय बातचीत के बाद यह संभव हुआ।
| राजू सलाम उर्फ DVCM: कंपनी 5 का प्रमुख, उत्तर बस्तर डिवीजन का टॉप कमांडर। लाखों का इनामी, कई हमलों का मास्टरमाइंड। |
| कमांडर प्रसाद: आईईडी ब्लास्ट और हमलों में सक्रिय, कंपनी 5 का सीनियर मेंबर। |
| मीना: महिला कैडर, प्रोपगैंडा और रिक्रूटमेंट में भूमिका। |
| रूपेश: संगठन का प्रवक्ता, मीडिया और प्रचार का जिम्मेदार। |
आईजी सुंदरराज ने कहा – यह सरेंडर संगठन के आंतरिक कलह और सुरक्षा अभियानों का परिणाम है। राजू सलाम की पूरी टीम ने हिंसा की असफलता मान ली। एसपी एलिसेला ने पुनर्वास का आश्वासन दिया। यह कांकेर को नक्सल-मुक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर है।

गढ़चिरौली भूपति सरेंडर: महाराष्ट्र में नक्सलवाद का अंतिम अध्यायकाल
आज गढ़चिरौली में शीर्ष नक्सली मल्लोजुला वेणुगोपाल राव उर्फ भूपति (6 करोड़ इनामी) ने 60 अन्य कैडरों के साथ आत्मसमर्पण किया। 54 हथियार जमा हुए, जिनमें 7 AK-47 शामिल। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “यह महाराष्ट्र में नक्सल आंदोलन का अंत है। केवल 10-12 कैडर बचे।” भूपति की पत्नी तरक्का के जनवरी सरेंडर और C-60 कमांडो की बातचीत ने इसे संभव बनाया।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा को चुनौती देने वाला नक्सलवाद अब हर मोर्चे पर दम तोड़ रहा है और अपने अंतिम दौर से गुजर रहा है। गढ़चिरौली में कुख्यात माओवादी पोलित ब्यूरो सदस्य मल्लोजुला वेणुगोपाल राव उर्फ सोनू समेत 60 नक्सलियों का आत्मसमर्पण नक्सलवादी विचारधारा पर एक निर्णायक प्रहार है। हमारे शौर्यवान सुरक्षाबल दिन-रात अदम्य साहस के साथ इस लड़ाई को अंजाम दे रहे हैं और सफलता प्राप्त कर रहे हैं।




