आज से शुरू हुआ GST उत्सव, जानिए क्या-क्या हुआ सस्ता

खाने-पीने की चीज़ों पर बड़ी राहत
रायपुर – केंद्र सरकार ने आम उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए आज से GST बचत उत्सव की शुरुआत कर दी है। GST सुधार में किए गए प्रावधान आज से लागू हो गए है। नए प्रावधानों के तहत कई रोजमर्रा के उपयोग की वस्तुओं, खाद्य सामग्री, वाहन, दवाइयों और घरेलू सामान पर टैक्स में कटौती की गई है। सरकार का दावा है कि इस कदम से न केवल आम जनता की जेब पर बोझ कम होगा बल्कि बाज़ार में खपत भी बढ़ेगी।
खाने-पीने की चीज़ें सस्ती
सबसे बड़ी राहत खाद्य सामग्री पर मिली है। अब पनीर, यूएचटी दूध, छेना और ब्रेड (जैसे पराठा, खाखरा, पिज़्ज़ा ब्रेड) जैसी वस्तुएं सस्ती हो गई हैं। इसके साथ ही नमकीन, मिठाई, बिस्किट, जैम, केचप, जूस, ड्राई फ्रूट और आइसक्रीम जैसी चीज़ों पर भी टैक्स दरों में कमी की गई है। इससे त्योहारों के मौसम में उपभोक्ताओं को राहत मिल सकती है।
दवा और मेडिकल उपकरण
सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र को भी राहत दी है। कई जरूरी दवाओं और कुछ मेडिकल उपकरणों को कम टैक्स स्लैब में लाया गया है। इससे मरीजों और उनके परिवारों को सीधा फायदा होगा।
वाहन खरीदना हुआ सस्ता
वाहन प्रेमियों के लिए भी खुशखबरी है। छोटे चारपहिया वाहनों और 350 सीसी से कम इंजन वाली मोटरसाइकिलों पर टैक्स घटाया गया है। ऑटो कंपनियों ने कीमतों में कटौती की घोषणा भी शुरू कर दी है। उदाहरण के तौर पर TVS Ronin बाइक के कुछ वेरिएंट्स की कीमत लगभग ₹14,000 तक कम हुई है। वहीं मारुति की कई कारें भी अब पहले से सस्ती कीमत पर उपलब्ध होंगी।
घरेलू सामान और टॉयलेट्रीज़ : GST सुधार सिर्फ खाने-पीने और वाहनों तक ही राहत सीमित नहीं है। अब साबुन, शैम्पू, हेयर ऑयल, किचन आइटम्स और अन्य घरेलू उपयोग की वस्तुओं पर भी जीएसटी दरें कम कर दी गई हैं। रोजमर्रा की ज़रूरतों वाले इन सामानों की कीमत घटने से मध्यमवर्गीय परिवारों को सबसे ज्यादा फायदा मिलने की संभावना है।
20 महीने की तैयारी के बाद बड़ा कदम
वित्त मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, बीते 20 महीनों से जीएसटी काउंसिल इस सुधार की तैयारी कर रही थी। आंकड़ों के आधार पर यह पाया गया कि टैक्स दरें ज्यादा होने से उपभोक्ता खर्च घट रहा था और बाजार में सुस्ती का माहौल था। अब सरकार का लक्ष्य है कि सस्ती दरों से मांग बढ़े और अर्थव्यवस्था को गति मिले।
उपभोक्ताओं को सीधी राहत: सरकार का दावा है कि “GST उत्सव” से हर वर्ग के उपभोक्ता को लाभ होगा। चाहे वह रोजाना बाजार से खाने-पीने का सामान खरीदने वाला आम नागरिक हो, दवाइयों पर खर्च करने वाला परिवार हो या फिर नई कार-बाइक खरीदने वाला युवा—सभी को इस बदलाव से सीधी राहत मिलेगी।




