राष्ट्रपति के विदेश दौरे के कारण टलेगा छत्तीसगढ़ का जनजातीय गौरव दिवस समारोह — सीएम साय ने कहा कार्यक्रम की तारीख 1–2 दिन बढ़ेगी

रायपुर। छत्तीसगढ़ में इस वर्ष जनजातीय गौरव दिवस का राज्य स्तरीय मुख्य कार्यक्रम 15 नवम्बर की जगह अब 1–2 दिन आगे बढ़ सकता है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने खुद इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि इस आयोजन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है, लेकिन वे 16 नवंबर तक विदेश दौरे पर रहेंगी, इसलिए कार्यक्रम की तारीख आगे बढ़ेगी।
गौरतलब है कि राज्य स्तरीय मुख्य कार्यक्रम पहले 15 नवंबर को अंबिकापुर में प्रस्तावित था। अब नई तारीख का औपचारिक ऐलान राष्ट्रपति कार्यालय से सहमति मिलने के बाद किया जाएगा।
जनजातीय गौरव दिवस कार्यशाला में शामिल हुए CM

आज न्यू सर्किट हाउस में आयोजित कार्यशाला में सीएम साय समेत कई मंत्री शामिल हुए। इस दौरान सीएम साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 नवंबर भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी, जिससे पूरे देश में आदिवासी समाज के योगदान को सम्मान मिला। सीएम साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार का लक्ष्य है कि इस वर्ष का आयोजन केवल एक दिन तक सीमित न रहे, बल्कि पूरे राज्य में जनजातीय संस्कृति, कला और परंपरा का उत्सव बने। हमारे जनजातीय समाज के अनेक वीर और गौरवशाली इतिहास हैं, जिन्हें इतिहास के पन्नों में उचित स्थान नहीं मिल पाया। अब राज्य सरकार का प्रयास है कि ऐसे सभी जननायकों के योगदान को जन-जन तक पहुंचाया जाए।
सीएम ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने मात्र 25 वर्ष की आयु में अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिए थे। उन्होंने आदिवासी समाज को एकजुट कर स्वतंत्रता की अलख जगाई थी। उनका जीवन युवाओं के लिए प्रेरणा है।




