
रायपुर – कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ समेत तीन राज्यों में संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने के लिए नए चयन सिस्टम को लागू कर दिया है। अब जिला संगठनों के अध्यक्षों की नियुक्ति सीधे आलाकमान की सिफारिश पर नहीं बल्कि केंद्रीय परीक्षकों के सर्वे और रायशुमारी के आधार पर होगी। इसी कड़ी में लागू व्यवस्था के तीसरे दिन पार्टी ने छत्तीसगढ़ के 41 जिला और शहर संगठनों के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षकों (ऑब्ज़र्वर्स) के नाम घोषित कर दिए। जारी सूची के मुताबिक, रायपुर शहर और ग्रामीण के लिए प्रफुल्ल गोडाढ़े को पर्यवेक्षक बनाया गया है।
कांग्रेस संगठन के मुताबिक, पार्टी करीब डेढ़ दर्जन ऑब्ज़र्वर छत्तीसगढ़ भेज रही है, जिनमें दो महिलाएँ भी शामिल हैं। ये पर्यवेक्षक अलग-अलग पैरामीटर्स पर नेताओं का आकलन करेंगे और फिर तीन-तीन नामों का पैनल आलाकमान को भेजेंगे।
इस नई व्यवस्था को लेकर माना जा रहा है कि संगठन में लंबे समय से चली आ रही सिफ़ारिशी नियुक्तियों पर अब रोक लग सकती है। साथ ही स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं की राय भी जिला अध्यक्षों की नियुक्ति में अहम भूमिका निभाएगी।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कांग्रेस का यह कदम संगठनात्मक मजबूती और जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं के विश्वास को बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।




