कमाने गया था, ताबूत में लौटा, सक्ती के युवक की मौत पर परिवार को न्याय और सहारे की गुहार

पूर्व विधायक देवांगन ने सीएम को पत्र लिखकर मुआवजा देने की मांग उठाई
रायपुर/सक्ती। सक्ती जिले के एक युवक की केरल में हुई हत्या का मामला अब राजनीतिक और प्रशासनिक स्तर पर तूल पकड़ता जा रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य हथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक मोतीलाल देवांगन ने इस गंभीर घटना को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखकर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है।

पत्र में उल्लेख किया गया है कि सक्ती जिले के ग्राम निवासी युवक रोजगार के लिए केरल गया था,, जहां वह मॉब लिंचिंग का शिकार हो गया,और उसकी मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों को समय पर न तो स्पष्ट जानकारी दी गई और न ही प्रशासन की ओर से समुचित सहायता उपलब्ध कराई गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और घटना से जुड़े तथ्यों को लेकर भी परिवार में असंतोष और सवाल बने हुए हैं।
मोतीलाल देवांगन ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि मृतक परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है और परिवार का मुख्य सहारा छिन जाने से वे गहरे संकट में हैं। उन्होंने मांग की है कि घटना की निष्पक्ष और उच्चस्तरीय जांच कराई जाए,दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई हो,पीड़ित परिवार के एक सदस्य को शासकीय नौकरी प्रदान की जाए,और कम से कम 25 लाख रुपये का आर्थिक मुआवजा दिया जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार की यह जिम्मेदारी है कि बाहर रोजगार के लिए गए श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और ऐसी घटनाओं में त्वरित राहत व न्याय मिले। देवांगन ने मुख्यमंत्री से मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए शीघ्र निर्णय लेने का आग्रह किया है।
इस मामले के सामने आने के बाद स्थानीय स्तर पर भी आक्रोश देखा जा रहा है। ग्रामीणों और सामाजिक संगठनों ने घटना की पारदर्शी जांच और पीड़ित परिवार को तत्काल सहायता देने की मांग तेज कर दी है। अब सबकी नजर राज्य सरकार की कार्रवाई पर टिकी हुई है।



