
रायपुर। आतंकी संगठन ISIS से जुड़े रहने के आरोप में गिरफ्तार दो नाबालिगों के मोबाइल फोन की जांच में कई चौंकाने वाले और खौफनाक तथ्य सामने आए हैं। जांच में पता चला है कि आतंकी संगठन के हैंडलर्स ने दोनों नाबालिगों को WhatsApp ग्रुप बनाकर स्थानीय युवाओं को जोड़ने का टास्क दिया था।
नाबालिगों ने रायपुर और प्रदेश के अन्य इलाकों के 100 से अधिक लोगों को इस ग्रुप में जोड़ लिया था। अब ATS उन सभी व्यक्तियों को बुलवाकर पूछताछ करने की तैयारी कर रही है। जांच में नाबालिगों के मोबाइल से कई आपत्तिजनक तस्वीरें और संवेदनशील डिजिटल एविडेंस बरामद किए गए हैं। मोबाइल फोन जब्त कर उनकी गहन डिजिटल फॉरेंसिक जांच जारी है।
सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार 17 वर्षीय नाबालिग का पिता CRPF में हवलदार के पद पर पदस्थ है। दोनों किशोर लंबे समय से ISIS की विचारधारा से प्रभावित बताये जा रहे हैं। एटीएस ने दोनों के खिलाफ UAPA के तहत FIR दर्ज कर ली है। रायपुर और दुर्ग से दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया गया था। जांच में NIA टीम शामिल होगी नाबालिग से पूछताछ करेगी।
गिरफ्तारी के बाद दोनों को जुवेनाइल जस्टिस कोर्ट में पेश किया गया, जहाँ से उन्हें बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि आखिर नाबालिगों के संपर्क में कौन-कौन लोग थे और उन्होंने कितने समय से आतंकी संगठन की गतिविधियों में रुचि ली थी।




