
रायपुर। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की “जीरो टॉलरेंस फॉर करप्शन” नीति के तहत कार्रवाई लगातार तेज़ होती जा रही है। गुरुवार को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने राज्य के दो जगहों पर जगदलपुर और मनेंद्रगढ़ में दबिश देकर भ्रष्टाचार में लिप्त सरकारी कर्मचारियों को रंगेहाथ गिरफ्तार किया।
पहली कार्रवाई जगदलपुर के दरभा तहसील कार्यालय में हुई, जहां तहसीलदार के रीडर हेम कुमार को 25,000 रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया। आरोप है कि उसने मृतक महिला के परिजन को मुआवजा राशि देने के नाम पर पैसों की मांग की थी। एसीबी की टीम, डीएसपी रमेश मरकाम के नेतृत्व में, पहले से जाल बिछाकर मौके पर पहुंची और आरोपी को रिश्वत की रकम के साथ गिरफ्तार किया।
दूसरी बड़ी कार्रवाई मनेंद्रगढ़ में हुई, जहां PWD कार्यालय में पदस्थ सब इंजीनियर छत्रपाल बंजारे को 21,000 रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा गया। वह ठेकेदार अंकित मिश्रा से काम के बदले रिश्वत ले रहा था। अंबिकापुर से पहुंची सात सदस्यीय एसीबी टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
लगातार हो रही इन कार्रवाइयों से यह स्पष्ट संदेश जा रहा है कि साय सरकार प्रशासनिक तंत्र में भ्रष्टाचार को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं करेगी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने हाल ही में सभी विभागों को साफ-साफ निर्देश दिए हैं कि भ्रष्टाचार करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है चाहे वह किसी भी पद पर हो।
सरकार की यह कड़ी कार्रवाई न केवल प्रशासनिक पारदर्शिता की दिशा में एक मजबूत कदम है, बल्कि आम जनता में विश्वास भी जगा रही है कि छत्तीसगढ़ में अब ईमानदारी ही व्यवस्था की पहचान बनेगी।




