
रायपुर – एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) को नोटिस जारी किया है, जिसमें शराब घोटाले में PCC के अकाउंटेंट देवेंद्र डडसेना की भूमिका पर जानकारी मांगी गई है। यह नोटिस PCC सचिव के नाम से जारी हुआ है। नोटिस पर तीन मुख्य बिंदुओं की जानकारी मांगी गई है
1.देवेंद्र डडसेना जिस पद पर कार्यरत थे, उस संबंध में नियुक्ति से लेकर अब तक का समस्त विवरण/दस्तावेज।
2. उनके द्वारा धारण किए गए पद एवं कार्य की विस्तृत जानकारी।
3. कार्यालय द्वारा देवेंद्र डडसेना को जो भी मानदेय/मान प्रदान किया गया, उसकी पूर्ण जानकारी सहित दस्तावेज।
PCC कार्यालय (राजीव भवन) में अकाउंटेंट के रूप में कार्यरत थे और PCC कोषाध्यक्ष रामगोपाल के करीबी माने जाते हैं। जांच में उनका नाम शराब घोटाले से जुड़े कथित दस्तावेजों और लेन-देन के लिए सामने आया है। फिलहाल, डडसेना जेल में बंद हैं। ACB ने उनकी विस्तृत जानकारी मांगी है।
शराब घोटाले का बैकग्राउंड: यह घोटाला 2019-2022 के कांग्रेस शासनकाल से जुड़ा है, जिसमें लाइसेंसी शराब दुकानों पर डुप्लिकेट होलोग्राम लगाकर अवैध शराब की बिक्री की गई। इससे राज्य को करोड़ों का नुकसान हुआ। ACB ने पहले ही 71 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है, जिसमें कई पूर्व कांग्रेस नेता शामिल हैं।
इससे पहले फरवरी 2025 में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने PCC मुख्यालय राजीव भवन में छापा मारा था और प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू से बंद कमरे में घंटों पूछताछ की थी। ED ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के करीबियों से भी पूछताछ की थी। सितंबर 2025 में ED ने मलकीत एसिंह को ही शराब भवन से जुड़े चालान की कॉपी सौंपी थी।




