बीजापुर में नक्सल मोर्चे को बड़ा झटका, नक्सली नेता कमलू ने किया सरेंडर

बीजापुर। छत्तीसगढ़ में नक्सल मोर्चे पर सुरक्षा बलों को लगातार बड़ी सफलताएं मिल रही हैं। गढ़चिरौली और कांकेर में दो से अधिक नक्सली नेताओं के सरेंडर के बाद अब बीजापुर में भी एक बड़ा झटका नक्सली संगठन को लगा है। भैरमगढ़ एरिया में 20 सालों से सक्रिय नक्सली नेता कमलू ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया है।
कमलू नक्सली संगठन में DVCM (डिवीजनल कमेटी मेंबर) के पद पर पदस्थ था और संगठन में बड़ी भूमिका निभा रहा था। वह कई बड़ी वारदातों में शामिल रहा है। सुरक्षा बलों की सघन कार्रवाई और सरकार की पुनर्वास नीति ने इस सरेंडर में अहम भूमिका निभाई है।
इस सरेंडर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के एंटी-नक्सल मिशन के तहत बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। अब नक्सली संगठन में केवल नेशनल पार्क एरिया कमेटी ही सक्रिय बची है, जिसका नेतृत्व दिलीप कर रहा है। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि इस कमेटी पर भी जल्द ही शिकंजा कसा जाएगा।
अधिकारियों के मुताबिक लगातार हो रहे सरेंडर और कार्रवाई से नक्सली संगठन का नेटवर्क बिखरने लगा है। सरकार और सुरक्षा बल पुनर्वास के माध्यम से सक्रिय नक्सलियों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के प्रयास तेज कर रहे हैं।



