छत्तीसगढ़
झीरम घाटी से कोंटा तक… अब हर गांव को जोड़ेगी नई सड़कें और पुल

रायपुर – छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार एक ओर मार्च 2026 तक बस्तर से नक्सलवाद के खात्मे के लक्ष्य की ओर बढ़ रही है, वहीं दूसरी ओर बस्तर संभाग की कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए सड़क और पुलों का जाल बिछाने जा रही है। पिछले 15 दिन में बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा और झीरम घाटी समेत पूरे बस्तर के लिए करोड़ों रुपए की परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। कई कामों के टेंडर भी पास हो चुके हैं।
कहाँ–कहाँ बनेंगे पुल
- झीरम नाला, केरलापाल नाला, बोदागुड़ा नाला, डब्बाटोटा नाला – 22 करोड़ रुपये
- छिंदगढ़ नदी, मालगेर नदी, पेंटा नाला, एर्राबोर नदी, इंजरम नाला (कोंटा) – 34.54 करोड़ रुपये
- नेशनल हाईवे पर 31, 42, 44, 51, 122, 124, 135 और 153 किमी पर बाक्स निर्माण व मरम्मत – 10 करोड़ रुपये
PWD सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह के अनुसार, बारिश थमते ही अक्टूबर के दूसरे पखवाड़े से निर्माण कार्य शुरू होगा।
सरकार का सख्त संदेश
सीएम साय और डिप्टी सीएम अरुण साव ने अफसरों को चेतावनी दी है कि इन परियोजनाओं की क्वालिटी पर कोई समझौता नहीं होगा, क्योंकि ये सड़कें और पुल दूरस्थ गांवों के लिए जीवन रेखा साबित होंगी।
| 15 दिन में मंजूर राशि: 66.5 करोड़ रुपये से अधिक |
| कुल नए पुल: 9 बड़े–छोटे |
| बाक्स निर्माण/मरम्मत: 8 स्थानों पर |
| काम की शुरुआत: अक्टूबर 2025 (बारिश थमने के बाद) |
| लाभार्थी: बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा, जगदलपुर और आसपास के सैकड़ों गांव |




