नेपाल में गहराया राजनीतिक संकट,सोशल मीडिया प्रतिबंध के खिलाफ उबाल, तीन मंत्रियों ने दिया इस्तीफा

काठमांडू – नेपाल इन दिनों गहरे राजनीतिक संकट से गुजर रहा है। सरकार द्वारा Facebook, WhatsApp, Instagram और X (Twitter) जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लगाए गए प्रतिबंध के खिलाफ देशभर में युवा वर्ग — खासकर Gen Z — सड़कों पर उतर आया है। विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए और राजधानी काठमांडू समेत कई शहरों में पुलिस फायरिंग और झड़पों में अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सैकड़ों घायल हैं।
इस्तीफों की झड़ी
लगातार बढ़ते जनाक्रोश और हिंसा के बीच नेपाल के गृहमंत्री रमेश लेखक ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया। इसके बाद कृषि मंत्री रामनाथ अधिकारी और स्वास्थ्य मंत्री प्रदीप पौडेल ने भी पद छोड़ दिया। विपक्ष का आरोप है कि सरकार अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हमला कर रही है और तानाशाही रवैया अपना रही है।
कर्फ्यू के बावजूद जारी विरोध
सरकार ने हालात काबू करने के लिए काठमांडू और कई अन्य शहरों में कर्फ्यू लागू कर दिया है, लेकिन इससे हालात सामान्य नहीं हुए। छात्र और युवा लगातार “ओली इस्तीफा दो” के नारे लगा रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की आज़ादी छीनी नहीं जा सकती।
पीएम ओली पर दबाव
प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की सरकार पर इस्तीफे का दबाव बढ़ रहा है। विपक्षी दलों के साथ ही अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने भी नेपाल सरकार से संयम बरतने और प्रतिबंध हटाने की अपील की है।




