बस्तर दौरे पर आ रहे अमित शाह: दशहरा उत्सव में होंगे शामिल, नक्सलवाद पर होगी अहम बैठक

रायपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 4 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ दौरे पर आ रहे हैं। शाह बस्तर में आयोजित विश्वप्रसिद्ध बस्तर दशहरा उत्सव में शामिल होंगे। नक्सलवाद के खिलाफ चल रही निर्णायक लड़ाई के बीच उनका यह दौरा बेहद अहम माना जा रहा है।
ऐसा होगा शाह का कार्यक्रम
| जगदलपुर में बस्तर दशहरा के मुरिया दरबार कार्यक्रम में होंगे शामिल। |
| मांझी, चालकी और गायता के साथ करेंगे भोजन |
| वरिष्ठ अधिकारियों से नक्सल ऑपरेशन की लेंगे जानकारी |
| जगदलपुर में आयोजित स्वदेशी मेले में होंगे शामिल |
| मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा भी रहेंगे मौजूद |
नक्सलवाद के खात्मे का संकल्प
अमित शाह ने मार्च 2026 तक पूरे देश से नक्सलवाद समाप्त करने का संकल्प लिया है। इसी मिशन के तहत वे लगातार बस्तर पहुंचकर सुरक्षा बलों का मनोबल बढ़ा रहे हैं और नक्सली हिंसा से प्रभावित आदिवासियों से मुलाकात कर रहे हैं। अब एक बार फिर वे 4 अक्टूबर को बस्तर आ रहे हैं।
स्थानीय परंपरा और स्वदेशी पर जोर
अमित शाह इस बार केवल सुरक्षाबलों से ही नहीं, बल्कि बस्तर की सांस्कृतिक परंपराओं से भी जुड़ेंगे। वे दशहरा से जुड़े आदिवासी नेताओं – मांझी, चालकी और गायता के साथ भोजन करेंगे। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वदेशी की अपील को आगे बढ़ाते हुए वे बस्तर सांसद महेश कश्यप के आग्रह पर स्वदेशी मेले में भी शामिल होंगे।
दौरे पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा
अमित शाह जी का यह दौरा बेहद खास है। वे कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे। उनके आने से प्रदेश और बस्तर के लोगों को नई ऊर्जा मिलेगी।
नक्सलवाद के खिलाफ बड़ी सफलता
डबल इंजन सरकार के प्रयासों से छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद लगातार कमजोर हुआ है।बीते दो सालों में 550 से ज्यादा नक्सली मारे गए हैं1100 से अधिक नक्सलियों ने हथियार डालकर मुख्यधारा में वापसी की हैजैसे-जैसे मार्च 2026 की तय तारीख करीब आ रही है, बस्तर से लाल आतंक के खात्मे की उम्मीदें और भी मजबूत हो रही हैं। शाह का यह दौरा इस विश्वास को और पुख्ता करेगा।
अमित शाह जी का यह दौरा बेहद खास है। वे कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे। उनके आने से प्रदेश और बस्तर के लोगों को नई ऊर्जा मिलेगी।


