अरुण साव का बड़ा संदेश: महापौरों को लिखा पत्र, ‘स्वच्छता ही सेवा’ को जनआंदोलन बनाएं

रायपुर – छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री और नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव ने स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) 2.0 के तहत चलाए जा रहे “स्वच्छता ही सेवा” अभियान को सफल बनाने के लिए प्रदेश के सभी महापौरों और नगरीय निकाय अध्यक्षों को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि यह सिर्फ एक सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि जन-आंदोलन है, जिसमें जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भूमिका बेहद जरूरी है।
पत्र में क्या कहा गया?
उप मुख्यमंत्री साव ने पत्र में लिखा है कि “स्वच्छता ही सेवा” अभियान का उद्देश्य शहरों और कस्बों को साफ-सुथरा बनाना, प्लास्टिक कचरे को कम करना और लोगों में सफाई को लेकर जागरूकता पैदा करना है। इसके लिए महापौर और निकाय अध्यक्ष स्वयं आगे आएं और जनता को जोड़कर इसे एक जनभागीदारी आंदोलन में बदलें।
सफाई से विकास की नई पहचान
मंत्री साव ने कहा कि स्वच्छता सिर्फ सफाई तक सीमित नहीं है, बल्कि यह स्वास्थ्य, पर्यावरण और विकास की पहचान है। स्वच्छ शहरों से निवेश, पर्यटन और नागरिकों के जीवनस्तर में सुधार होता है। उन्होंने अपेक्षा जताई कि प्रदेश के सभी नगरीय निकाय इस अभियान को प्राथमिकता देंगे और इसे जनांदोलन का स्वरूप देंगे।
जनप्रतिनिधियों की भूमिका अहम
पत्र में उप मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि महापौर और अध्यक्ष अपने-अपने क्षेत्रों में सफाई अभियान, श्रमदान, कचरा प्रबंधन और नागरिक जागरूकता कार्यक्रमों का नेतृत्व करें। उन्होंने कहा कि यदि स्थानीय जनप्रतिनिधि सक्रिय रहेंगे तो नागरिक भी प्रेरित होकर इस अभियान में शामिल होंगे।
“स्वच्छता ही सेवा” को जन-आंदोलन बनाने की अपील
मंत्री अरुण साव ने निकाय प्रमुखों से अपील की कि वे स्वयं सफाई गतिविधियों में भाग लें और आम नागरिकों को प्रेरित करें। उन्होंने यह भी कहा कि साफ-सुथरे और स्वस्थ शहर ही नए छत्तीसगढ़ की पहचान बनेंगे।




