रामगढ़ पर्वत विवाद पर बीजेपी का बड़ा कदम, अध्ययन समिति का गठन

रायपुर – रामगढ़ पर्वत को लेकर चल रहे विवाद पर बीजेपी ने गंभीरता से पहल करते हुए तीन सदस्यीय अध्ययन समिति का गठन किया है। पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा को समिति का संयोजक बनाया गया है, जबकि विधायक रेणुका सिंह और प्रदेश महामंत्री अखिलेश सोनी सदस्य के रूप में शामिल होंगे। समिति सात दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव को सौंपेगी।
रामगढ़ पर्वत सरगुजा अंचल ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के लोगों की आस्था का केंद्र माना जाता है। यह पर्वत भगवान श्रीराम, माता जानकी और लक्ष्मण जी की स्मृतियों से जुड़ा हुआ है। इसी धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को देखते हुए यह मामला लंबे समय से चर्चा का विषय बना हुआ है।
गौरतलब है कि पूर्व उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव ने हाल ही में आरोप लगाया था कि कोल खनन गतिविधियों के चलते पर्वत में दरारें पड़ रही हैं। इस मामले में उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग भी की थी।
रामगढ़ पर्वत का मुद्दा तब और ज्यादा सुर्खियों में आया जब अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल राज्य सरकार में पर्यटन मंत्री बने। स्थानीय लोगों और संगठनों की ओर से भी लगातार पर्वत की सुरक्षा और संरक्षण की मांग उठती रही है।बीजेपी की ओर से गठित यह समिति अब संबंधित तथ्यों का अध्ययन कर सात दिनों में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इसके बाद पार्टी प्रदेश नेतृत्व इस मामले में आगे की रणनीति तय करेगा।





