सरकारी अस्पतालों में घटिया दवाओं की सप्लाई,सीएम साय तक पहुंची शिकायत

ड्रग इंस्पेक्टर पर गंभीर आरोप
रायपुर – राजधानी में सरकारी अस्पतालों में लगातार घटिया और अमानक दवाओं की सप्लाई के मामले सामने आ रहे हैं। अब इस मामले में ड्रग इंस्पेक्टर ओपी यादव पर गंभीर आरोप लगे हैं। शिकायतकर्ता गजानन नायक का आरोप है कि यादव दवा सप्लायर एजेंसियों और कारोबारियों से सांठगांठ कर वसूली करते हैं और नकली व घटिया दवाओं के मामलों को दबा देते हैं।
बोरियाकला स्वास्थ्य केंद्र का मामला
हाल ही में सीजीएमएससी (CGMSC) के माध्यम से बोरियाकला स्वास्थ्य केंद्र में अमानक आयरन टेबलेट सप्लाई का मामला उजागर हुआ। शिकायत दर्ज होने के बाद ड्रग इंस्पेक्टर ओपी यादव सैंपल लेने अस्पताल पहुँचे, लेकिन स्टाफ पर मामला दबाने का दबाव बनाने का आरोप है। यहां तक कि दवा सप्लायर एजेंसी के साथ मिलीभगत कर सैंपल बदलने की भी बात सामने आई।
सैंपल जांच में हेरफेर और वसूली का आरोप
शिकायतकर्ता के मुताबिक ड्रग इंस्पेक्टर ओपी यादव कई बार सैंपल लेने के नाम पर दवा एजेंसियों से मिलीभगत कर सैंपल बदलवा देते हैं। वहीं निरीक्षण के दौरान लाखों की वसूली करने और विभागीय भ्रष्ट अधिकारियों से लेन-देन करने की शिकायतें भी उठी हैं। आरोप है कि वे अक्सर “ऊपरी निर्देश” का हवाला देकर मामलों को दबा देते हैं।
स्वास्थ्य सुरक्षा पर बड़ा सवाल: अस्पतालों में इस तरह की अमानक दवाओं की सप्लाई ने न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि सीधे तौर पर आम जनता की जिंदगी के साथ खिलवाड़ हो रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि यदि ऐसे मामलों पर तुरंत कठोर कार्रवाई नहीं की गई तो यह गंभीर जनस्वास्थ्य संकट का रूप ले सकता है।
सीएम से कड़ी कार्रवाई की मांग: मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री से ड्रग इंस्पेक्टर ओपी यादव को तत्काल बर्खास्त करने और कठोर कार्रवाई करने की मांग की गई है। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि बिना उच्च स्तर की सख्त कार्रवाई के इस तरह के भ्रष्टाचार और मिलीभगत पर रोक लगाना संभव नहीं होगा।
इस मामले में ड्रग इंस्पेक्टर से पक्ष जानने की कोशिश की गई,मगर उनसे संपर्क नहीं हो पाया।



