सीएम के बयान पर कांग्रेस का पलटवार, बैज बोले – “बीजेपी नेताओं और जनता के लिए अलग- अलग कानून”

रायपुर – मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के हालिया बयान पर कांग्रेस ने कड़ा पलटवार किया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) चीफ दीपक बैज ने प्रेस वार्ता कर सरकार को कई मुद्दों पर घेरा और आरोप लगाया कि साय सरकार जनहित के सवालों पर विफल साबित हो रही है।
कर्मचारी प्रकरण पर तीखा हमला
दीपक बैज ने कहा कि—“क्या मुख्यमंत्री ने पीड़ित कर्मचारी का पक्ष जानने की कोशिश की? न्याय तभी संभव है जब दोनों पक्षों को सुना जाए।”उन्होंने मंत्री पर लगे आरोपों का हवाला देते हुए कहा कि कर्मचारी की हिम्मत है जो उसने शिकायत दर्ज कराई। कांग्रेस की मांग है कि सीसीटीवी फुटेज जारी किया जाए और अगर कार्रवाई नहीं हो सकती तो कम से कम मंत्री से माफी मंगवाई जाए।“गलती करो, मारपीट करो और फिर कांग्रेस पर आरोप लगाओ – यह कैसा न्याय?”
शराबबंदी पर सवाल
कांग्रेस ने सरकार पर शराब नीति को लेकर भी हमला बोला। दीपक बैज ने कहा कि कांग्रेस ने गंगाजल लेकर सिर्फ धान खरीदी और कर्ज माफी का वादा किया था, शराबबंदी का नहीं। कांग्रेस सरकार में 50 से घटाकर 20 दुकानें की गई थीं, लेकिन बीजेपी सरकार आते ही 62 से अधिक दुकानें फिर खोल दी गईं। उन्होंने आरोप लगाया कि कंपोजिट शराब बेचकर नशे का कारोबार दोगुना किया गया।“नकली दारू और नकली होलोग्राम बिना संरक्षण के गली-गली नहीं बिक सकते। सरकार बताए किसके संरक्षण में यह कारोबार फल-फूल रहा है?”
बाढ़ राहत पैकेज पर तंज
कांग्रेस ने पूछा कि छत्तीसगढ़ सरकार अब तक विशेष राहत पैकेज क्यों नहीं ला पाई? दंतेवाड़ा में तीन माइंस से करोड़ों का राजस्व आता है, लेकिन वहां बाढ़ पीड़ितों के आंसू पोंछने कोई नहीं गया।
किसान और रोजगार का मुद्दा: कांग्रेस का आरोप है कि किसानों और कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान दो साल से बैठकों तक सीमित है।“किसान यूरिया के लिए परेशान हैं, कर्मचारी आंदोलनरत हैं, एनएचएम के कर्मचारी बदहाल हैं।”स्वास्थ्य सेवाओं पर तंज कसते हुए कहा गया कि “कभी एंबुलेंस ड्राइवर डिलीवरी कराता है, कभी टांके लगाता है – यह शर्मनाक हालात हैं।”कांग्रेस ने कैबिनेट बैठकों को “सिर्फ चाय-बिस्कुट की बैठकें” करार दिया।–
शिक्षा व्यवस्था पर निशाना: कांग्रेस ने कहा कि किताबें और कॉपियां नहीं हैं, हजारों पद खाली पड़े हैं, भर्ती दो साल से अटकी हुई है। बच्चों का भविष्य अंधकार में है और शिक्षा, स्वास्थ्य व सड़क – तीनों मोर्चे पर सरकार पूरी तरह फेल है।
धर्मांतरण और ध्रुवीकरण का मुद्दा:कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सरकार धर्मांतरण रोकने में नाकाम रही है। सरकार सिर्फ फोटो और राजनीति कर रही है, ध्रुवीकरण के हथकंडे अपनाकर जनता को भड़काने की फ्री प्लानिंग कर रही है।




