अपराधियों में कानून का भय और जनता में सुरक्षा का अहसास हो- CM साय

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि पुलिस की छवि ऐसी होनी चाहिए जिससे अपराधियों में कानून का भय और आम नागरिकों में सुरक्षा का अहसास उत्पन्न हो। वे मंत्रालय (महानदी भवन) में आयोजित कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान कानून-व्यवस्था, मादक पदार्थ नियंत्रण, सड़क सुरक्षा और साइबर अपराधों की रोकथाम पर गहन चर्चा की गई। बैठक में गृह मंत्री विजय शर्मा, मुख्य सचिव विकास शील, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री मनोज पिंगुआ, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री के प्रमुख निर्देश
अपराधियों पर सख्त कार्रवाई और कानून-व्यवस्था में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं। सड़क पर अव्यवस्था, चाकूबाजी और हत्या जैसे अपराधों पर जीरो टॉलरेंस नीति। गौ-तस्करी और धर्मांतरण जैसे संवेदनशील मामलों पर सघन निगरानी। नशाखोरी और मादक पदार्थों की अवैध तस्करी के खिलाफ राज्यव्यापी अभियान। एनडीपीएस एक्ट के तहत समयसीमा में कार्रवाई और जनजागरूकता अभियान।सीमावर्ती जिलों में संदिग्ध गतिविधियों पर सख्त जांच और विशेष टास्क फोर्स (STF) की कार्रवाई।
👉 सड़क सुरक्षा और यातायात व्यवस्था:हेलमेट, सीट बेल्ट और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई।ब्लैक स्पॉट की पहचान और सुधार।देर रात लाउडस्पीकर-डीजे पर नियंत्रण।आवारा पशुओं से होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम।
👉 साइबर अपराध पर रोक:साइबर अपराधों से निपटने के लिए पुलिस को तकनीकी प्रशिक्षण।साइबर हेल्पलाइन नंबर का प्रचार-प्रसार।फिशिंग, ऑनलाइन ठगी और धोखाधड़ी से बचाव के लिए जागरूकता अभियान।
👉 माओवादियों का पुनर्वास:आत्मसमर्पित माओवादियों को कौशल प्रशिक्षण और आजीविका से जोड़ना।पुनर्वास नीति में विश्वास कायम रखना।
👉 मुख्यमंत्री का संदेश:“पारदर्शी और जवाबदेह प्रशासन ही विकसित छत्तीसगढ़ की नींव है। जब हर अधिकारी अपनी जिम्मेदारी टीम भावना से निभाएगा, तब ही ‘विकसित छत्तीसगढ़’ का सपना साकार होगा।”



