
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने राज्य की जांच एजेंसियों पर गंभीर सवाल उठाए हैं। राजधानी रायपुर में रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पीसीसी चीफ दीपक बैज और नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार और एजेंसियों के गठजोड़ का आरोप लगाया।
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा — “जांच एजेंसी और सरकार में साठगांठ चल रही है। ऐसे में जनता को न्याय कैसे मिलेगा?” उन्होंने यह भी कहा कि अब पहले की तरह कलमबंद बयान बंद नहीं रहते, बल्कि उसे मीडिया में लीक किया जा रहा है, जो न्याय प्रक्रिया पर सवाल खड़े करता है।
उन्होंने बताया कि इस मामले में वकीलों ने एफिडेविट देकर शिकायत भी दर्ज कराई है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
भूपेश बघेल के आरोप:
🟥 जांच एजेंसी और सरकार के बीच साठगांठ।
🟥 कलमबंद बयान को मीडिया में सार्वजनिक करना न्याय प्रक्रिया पर प्रहार।
🟥 EOW, ABC और चुनाव आयोग पर डबल इंजन सरकार के इशारे पर काम करने का आरोप।
🟥 “लोकतंत्र खतरे में है, हाईकोर्ट को संज्ञान लेना चाहिए।”
दीपक बैज ने केंद्र पर बोला हमला
सूचना के अधिकार को कमजोर कर रही मोदी सरकार”पीसीसी चीफ दीपक बैज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा — “UPA सरकार ने जनता को सशक्त करने के लिए सूचना का अधिकार (RTI) लागू किया था, लेकिन भाजपा सरकार इसे कमजोर करने में लगी है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने RTI में संशोधन कर कार्यपालिका को मजबूत किया और जनता से पारदर्शिता छीन ली।
केंद्रीय और राज्य सूचना आयोग में पदों के खाली रहने पर भी उन्होंने सवाल उठाए। दीपक बैज ने कहा कि कई RTI कार्यकर्ताओं और व्हिसलब्लोअर्स की हत्याएं हो चुकी हैं, पर उन्हें सुरक्षा नहीं दी जा रही है।




