छत्तीसगढ़

समोदा नगर पंचायत के गौठान में 15 से ज़्यादा मवेशियों की मौत, ग्रामीणों में आक्रोश

रायपुर – राजधानी रायपुर से लगे समोदा नगर पंचायत क्षेत्र के गौठान में बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां बीते दो दिनों में 15 से ज़्यादा मवेशियों की मौत हो गई है। ग्रामीणों का आरोप है कि गौठान में मवेशियों के लिए चारे और देखभाल की कोई उचित व्यवस्था नहीं की गई थी। लगातार बारिश और कीचड़ में फंसे रहने के कारण कई मवेशियों की जान चली गई।

स्थानीय लोगों ने बताया कि गौठान में खुले आसमान के नीचे मवेशियों को रखा जाता है। बारिश के दिनों में न तो यहां शेड की व्यवस्था है और न ही पशुओं को पर्याप्त चारा दिया जाता है। ऐसे में जानवर लगातार भीगते रहे और भूखे रहने से उनकी हालत बिगड़ गई। अंततः कई मवेशियों की मौत हो गई।

ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन को इस स्थिति की पहले भी जानकारी दी गई थी, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। गौठान का मैदान पूरी तरह कीचड़ से भर चुका है, जिससे मवेशियों के खड़े होने और चलने में भी दिक्कत होती है। यही नहीं, बीमार जानवरों के इलाज के लिए भी किसी प्रकार की व्यवस्था मौजूद नहीं है।

इधर, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार ने गौ-कल्याण के लिए गौ अभ्यारण्य और गौ धाम शुरू करने की योजना बनाई है। दावा किया जा रहा है कि कवर्धा जिले में पहला गौ अभ्यारण्य जल्द शुरू होगा। हालांकि अभी तक यह योजना धरातल पर पूरी तरह नहीं उतर सकी है। समोदा जैसी घटनाओं ने इस योजना के क्रियान्वयन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस पूरे मामले की जांच की जाए और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई हो। साथ ही गौठान में चारे, पानी और शेड की तत्काल व्यवस्था की जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।

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CG Bulletin Desk1

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