
LWE की बैठक में बनी बड़ी रणनीति
रायपुर – छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ अब निर्णायक लड़ाई की रूपरेखा तैयार हो चुकी है। नया रायपुर में शुक्रवार को वामपंथी उग्रवाद प्रभाग (LWE) की हाई लेवल बैठक हुई, जिसमें मानसून के बाद बड़े पैमाने पर संयुक्त ऑपरेशन चलाने का निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन और आईबी चीफ तपन कुमार डेका ने की। इसमें चार राज्यों के पुलिस महानिदेशक (DGP), केंद्रीय सुरक्षा बलों के शीर्ष अधिकारी, इंटेलिजेंस एजेंसियों के प्रतिनिधि और नक्सल ऑपरेशंस से जुड़े आला अफसर मौजूद रहे।
मानसून के बाद संयुक्त अभियान
बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि मानसून समाप्त होते ही जंगल इलाकों में नक्सलियों के खिलाफ सघन और बड़े स्तर पर अभियान चलाया जाएगा। सुरक्षा बलों और राज्यों की पुलिस के बीच तालमेल और इंटेलिजेंस शेयरिंग को और मजबूत बनाने पर जोर दिया गया।
4 राज्यों का साझा मोर्चा
बैठक में छत्तीसगढ़, झारखंड, महाराष्ट्र और ओडिशा के डीजीपी ने हिस्सा लिया। माना जा रहा है कि इन चार राज्यों में नक्सलवाद से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों को चिन्हित कर संयुक्त ऑपरेशन चलाने की रणनीति बनी है।
इंटेलिजेंस इनपुट्स और सुरक्षा रणनीति
इंटेलिजेंस एजेंसियों ने नक्सलियों की गतिविधियों और उनकी कमज़ोरियों से जुड़ी रिपोर्ट साझा की। सूत्रों के अनुसार, इस बार ऑपरेशन को अंजाम तक पहुंचाकर 31 मार्च 2026 के लक्ष्य(नक्सलवाद खात्मे) को पूरा किया जाएगा।



