धर्मांतरण विवाद:भाजपा ने दीपक बैज को बताया ‘स्पेशलिस्ट’, कांग्रेस का पलटवार

रायपुर – छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण को लेकर विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। पहले जहां बस्तर क्षेत्र को लेकर सियासी बयानबाज़ी चल रही थी, अब यह विवाद बिलासपुर, जांजगीर-चांपा और बालोद जिले तक फैल गया है। ताज़ा घटनाओं ने प्रदेश की राजनीति को गरमा दिया है और भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने आ खड़ी हुई हैं।
क्या है मामला?
बालोद – एक निजी मकान में अवैध प्रार्थना सभा की शिकायत पर पुलिस ने 22 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें कुछ पादरी भी शामिल हैं।
जांजगीर-चांपा: गोधना गांव में प्रार्थना सभा के नाम पर धर्मांतरण का आरोप, 2 लोगों की गिरफ्तारी।
बिलासपुर: पुलिस ने एक पास्टर को हिरासत में लिया।इन घटनाओं में अब तक 14 महिलाओं और कई पास्टर समेत 25 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं।
हिंदू संगठनों का आरोप
हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया है कि प्रार्थना सभा के नाम पर धर्मांतरण का खेल चलाया जा रहा है। विरोध के चलते कई स्थानों पर हंगामा और तनावपूर्ण स्थिति बन गई।—
सियासी बयानबाज़ी तेज़
भाजपा का हमला: भाजपा ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को “धर्मांतरण स्पेशलिस्ट” बताते हुए एक कार्टून जारी किया। इसमें उन्हें पादरी के रूप में दिखाया गया।
कांग्रेस का पलटवार: दीपक बैज ने आरोप लगाया कि धर्मांतरण का मुद्दा भाजपा की “ध्रुवीकरण की राजनीति” का हिस्सा है।
सरकार का रुख: उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने फिर दोहराया कि धर्मांतरण रोकने के लिए जल्द ही सख्त कानून विधानसभा में लाया जाएगा।
छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण विवाद लगातार बढ़ रहा है। एक ओर पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी से हालात तनावपूर्ण बन रहे हैं, तो दूसरी ओर राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप में जुटे हैं। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या सख्त कानून और जनजागरूकता से इस विवाद का समाधान निकलेगा या यह मुद्दा आने वाले समय में और बड़ी सियासी जंग की वजह बनेगा?




